नई दिल्ली : महाराष्ट्र बीजेपी अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल द्वारा अजित पवार पर लगाये गए पत्र चोरी के आरोप पर शिवसेना मुखपत्र सामना में संपादकीय के जरिए जमकर हमाला बोला है.
देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार के बीच सुबह-सुबह हुए शपथ ग्रहण को गैरकानूनी बताते हुए भाजपा नेताओं पर आपराधिक मामला दर्ज करने की मांग की है.
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सामना ने संपादकीय में लिखा है, चंद्रकांत पाटील ने अब ऐसा विस्फोट किया है कि सुबह-सुबह में हुई शपथ ग्रहण के लिए अजीत पवार ने जिन 54 विधायकों के हस्ताक्षर का पत्र भाजपा नेताओं के जरिए राज्यपाल को भेजा था.
वह एक बड़ा घोटाला है, यह पत्र अजीत पवार ने शरद पवार के दराज से चुराया था, यह इस तरह से पत्र चुराना नैतिक है या अनैतिक, ऐसा सवाल पाटील ने पूछा है, पाटील द्वारा किया गया पत्र चोरी का धमाका मतलब बचपना है.
सामना ने लिखा, ‘अजीत पवार ने पत्र चुराया, यह अनैतिक होने का पाटील का दावा स्वीकार भी कर लें तो भी चुराया गया पत्र भाजपा नेताओं द्वारा स्वीकार करना, उस पर विश्वास करके उसे राज्यपाल को सौंपना.
उस चुराए गए पत्र की मदद से राजभवन में सरकार स्थापित करके मुख्यमंत्री पद की शपथ लेना, यह सिर्फ अनैतिक ही नहीं, बल्कि गैरकानूनी भी सिद्ध होता है, इसके अलावा यह बड़ा अपराध भी है.
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पत्र में कहा गया है, चोरी यह गुनाह तो है ही, परंतु चोरी का माल खरीदना उससे भी बड़ा गुनाह है, इसलिए चुराए गए पत्र का राजनीतिक व्यापार करनेवाली भाजपा व उनके नेताओं के खिलाफ चुनाव आयोग व पुलिस को आपराधिक मामला ही दर्ज करना चाहिए.