नई दिल्ली: केन्द्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने साल 2003 में एक सरकारी परियोजना का ठेका अपने भाई को देने में कथित भ्रष्टाचार पर अरुणाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री नबाम तुकी के खिलाफ मामला दर्ज किया। अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि जब तुकी राज्य में उपभोक्ता मामलों तथा नागरिक आपूर्ति के मंत्री थे तो नियमों का पालन किये बिना 3.20 करोड़ रुपये का ठेका दिया गया था। उन्होंने कहा कि उनके भाई तत्कालीन नागरिक आपूर्ति निदेशक नबाम तागम तथा यूनाइटेड कॉमर्शियल बैंक के तत्कालीन मुख्य प्रबंधक सोहराब अली हजारिका के खिलाफ भी मामला दर्ज हुआ है। आपको बता दें कि तुकी साल 2011 से 2016 के दौरान राज्य के मुख्यमंत्री रहे थे।
बता दें कि यह मामला काफी दिनों से चर्चा में था। विपक्षी पार्टियों ने इस मुद्दे को लेकर पूर्व सीएम के खिलाफ जांच और कार्रवाई की मांग भी कर चुकी हैं। सीबीआई अधिकारियों ने शुक्रवार को बताया कि यह मामला नबाम तुकी के पीडब्ल्यूडी मंत्री रहते हुए बिना टेंडर जारी किए अपने परिजनों को ठेके देने से जुड़ा है। बता दें कि सीबीआई ने शिलांग के उमरोई में एक केंद्रीय विद्यालय के भवन निर्माण को लेकर गुवाहाटी हाई कोर्ट के आदेश के बाद जांच शुरू की थी।
इसके बाद शुरुआती जांच में सीबीआई को पता चला है कि भवन निर्माण का ठेका नबाम तुकी की भाभी नाबन मैरी के मालिकाना हक वाली कंपनी मैरी एसोसिएट्स को दिया गया। जिसका चालू खाता यूनियन बैंक ऑफ इंडिया में है। खाते में उनके पति नबाम हरि भी नामित हैं। उस दौरान अधिराकारियों ने बताया कि यह ठेके 2005 से 2007 के बीच दिए गए थे। लेकिन अब सीबीआई ने अरुणाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री नबाम तुकी के खिलाफ भ्रष्टाचार का मामला दर्ज कर दिया है। ऐसे में अब उनकी परेशानी भी बढ़ जाएगी।