नई दिल्ली : वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने संसद में आम बजट पेश कर दिया है, इसके साथ ही सीतारमण ने कई अहम ऐलान किया है, साथ ही इस बार के बजट में सोना-चांदी खरीदने वालों के लिए खुशखबरी है.
दरअसल, बजट में सोना-चांदी पर सीमा शुल्क घटाने का ऐलान किया गया है, इससे सोने और चांदी की कीमतों में गिरावट देखने को मिलेगी,
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सीतारमण ने संसद में बजट पेश करते हुए सोना और चांदी के आयात पर सीमा शुल्क युक्तिसंगत किए जाने की बात कही, जिससे ये सस्ती दरों पर लोगों को उपलब्ध हो सकेंगे.
वहीं बजट में किए गए प्रस्तावों से घरों में उपयोग होने वाले रेफ्रिजरेटर, एलईडी लाइट और मोबाइल फोन जैसे सामान महंगे हो जाएंगे.
वहीं रत्न एवं आभूषण उद्योग ने बजट में सोना और चांदी समेत कीमती धातुओं पर आयात शुल्क घटाने के सरकार के निर्णय का स्वागत किया, उद्योग जगत ने कहा कि यह निर्णय रत्न एवं आभूषण क्षेत्र को बढ़ावा देगा और वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी बनने में मदद करेगा.
सीतारमण ने बजट में सोना और चांदी पर सीमा शुल्क को तार्किक बनाते हुए मौजूदा 12,5 प्रतिशत से घटाकर 7,5 प्रतिशत करने का प्रस्ताव किया है.
इसी तरह सोने के डोर बार पर शुल्क को 11,85 प्रतिशत से घटाकर 6,9 प्रतिशत, चांदी के डोर बार पर 11 प्रतिशत से घटाकर 6,1 प्रतिशत, प्लैटिनम पर 12,5 प्रतिशत से घटाकर 10 प्रतिशत, सोना-चांदी के फाइंडिंग पर 20 प्रतिशत से घटाकर 10 प्रतिशत और कीमती धातुओं के सिक्कों पर 12,5 प्रतिशम से घटाकर 10 प्रतिशत कर दिया गया है.
सोना, चांदी, सोने के डोर बार और चांदी के डोर बार पर 2,5 प्रतिशत की दर से कृषि बुनियादी संरचना और विकास सेस भी लगेगा, विश्व स्वर्ण परिषद के प्रबंध निदेशक सोमासुंदरम पीआर ने कहा कि कुल मिलाकर बजट उद्योग के लिए सकारात्मक परिणाम लाने वाला है.
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सोना पर आयात शुल्क को घटाना स्वागतयोग्य कदम है, उम्मीद करते हैं यह कीमती धातुओं पर शुल्क घटाने की श्रृंखला का पहला कदम है.
सोना और चांदी के आयात पर सीमा शुल्क युक्तिसंगत किए जाने से ये मूल्यवान धातुएं सस्ती होंगी, आयात पर सीमा शुल्क में बदलाव करने से कई सामान सस्ते होंगे.
इन सस्ते सामान में सोना और सोने के बने अलौह धातु (गोल्ड डोर), चांदी और चांदी के बने अलौह धातु (सिल्वर डोर), प्लैटनिम, और पैलेडियम, अंतर्राष्ट्रीय संगठनों और राजनयिक मिशन के जरिए आयातित चिकित्सा उपकरण शामिल हैं.