उत्तर प्रदेश के योगी सरकार में बदमाश बेखौैफ हैं। लूटपाट और हत्या की खबरें रोज सुर्खियां बन रही हैं। अमेठी के बाद बिजनौर में दिनदहाड़े एक बीएसपी नेता और उनके भतीजे को गोलियों से भून दिया गया। इस घटना में बहुजन समाज पार्टी के नेता हाजी एहसान और उनके भांजे शादाब की मौत हो गई। घटना नजीबाबाद थाना क्षेत्र की है। यहां मोटरसाइकिल सवार तीन बदमाशों ने मंगलवार (28 मई) को प्रॉपर्टी डीलर हाजी एहसान को उनके भतीजे के साथ दफ्तर में निशाना बनाया।
बताया जा रहा है कि हाजी एहसान (55) अपने भांजे शादाब (28) के साथ थाना नजीबाबाद में गुरुद्वारे के निकट स्थित एक परिसर में अपने प्रॉपर्टी कारोबार के कार्यालय में बैठे हुए थे। इसी बीच दोपहर लगभग ढाई बजे दो लड़के हाथ में मिठाई का डिब्बा लिए अंदर और बीएसपी नेता हाजी एहसान से नाम पूछा फिर डिब्बे से पिस्तौल निकालकर उन पर गोलियां चला दीं।
उनके भांजे शादाब ने बदमाशों को रोकने की कोशिश की तो उन्होंने उस पर भी गोलियां चला दीं। हमले में हाजी और शादाब दोनों की मौत हो गई। पुलिस ने बताया कि घटना को अंजाम देकर तीनों बदमाश फरार हो गए। क्षेत्राधिकारी महेश कुमार ने कि अभी कोई दुश्मनी सामने नहीं आई है। हत्यारों की तलाश के लिए टीमें बना दी गई हैं।
सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और मामले की छानबीन शुरू कर दी। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक वारदात के वक्त हाजी हसन अपने ऑफिस में एक धार्मिक ग्रंथ पढ़ रहे थे। गोलियां लगने के बाद हाजी एहसान और उनके भांजे शादाब को फौरन अस्पताल ले जाया गया। जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
मालूम हो कि विगत दिनों अमेठी लोकसभा सीट पर स्मृति ईरानी के करीबी सुरेंद्र सिंह की अज्ञात बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी गई। घटनाक्रम बरौलिया गांव का है। सुरेंद्र सिंह ने चुनाव प्रचार के दौरान राहुल गांधी के खिलाफ प्रचार किया था। हालांकि अभी यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि हत्या के पीछे राजनीतिक कारण है या कोई और। सुरेंद्र सिंह पूर्व प्रधान थे। चुनाव प्रचार के दौरान बरौलिया गांव तब चर्चा में आया था, जब भाजपा प्रत्याशी स्मृति ईरानी ने यहां लोगों को जूते बांट थे। इस पर राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने नाराजगी जताई थी।