उत्तर प्रदेश: गोरखपुर मेडिकल कॉलेज में पिछले साल कथित रूप से ऑक्सीजन की कमी के कारण बड़ी संख्या में मरीज बच्चों की मौत के मामले में गिरफ्तार किए गए डॉक्टर कफील अहमद के समर्थन में अब अलीगढ़ रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन भी उतर आया है। अलीगढ़ रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन ने डॉ कफील के समर्थन में मार्च निकला और उन्हें रिहा करने की गुहार लगाई।
मार्च में शामिल हुए डॉक्टर्स ने कहा कि योगी सरकार डॉ कफील के साथ अपराधी जैसा सलूक कर रही है। जबकि उन्होंने कई बच्चों की जान बचाई है। डॉक्टर्स ने कहा कि सरकार को चाहिए कि वो असल मुजरिम को पकड़े न कि किसी बेकसूर को। इससे पहले डॉ कफील ने जेल से चिट्टी लिखकर अपने बेकसूर होने की बात कही थी।
डॉ कफील ने लिखा था कि उन्हें इस मामले में ज़बरदस्ती दोषी साबित किया जा रहा है एक बड़ी प्रशासनिक असफलता को छुपाने के लिए। इस मामले में पहले भी गोरखपुर डॉक्टर्स एसोसिएशन और एम्स डॉ कफील के समर्थन में अपनी आवाज़ बुलंद कर चुके हैं। ग़ौरतलब है कि हाल ही में जेल में बंद डॉ कफील की तबियत बिगड़ गई थी।
जिसके बाद जेल प्रशासन ने जिला अस्पताल के डॉक्टर को बुलाकर जांच कराई थी।इस दौरान डॉ कफील की पत्नी शाबिस्ता ने जेल प्रशासन और यौगी सरकार पर गंभीर आरोप लगाए थे। बता दें, 11 अगस्त 2017 को गोरखपुर के बीआरडी अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी की वजह से 50 से ज़्यादा बच्चों की मौत हो गई थी। इसी हादसे में कई बच्चों की जान बचाने का श्रेय कफील को दिया गया था। बताया गया था कि उनके इंतज़ाम किए गए ऑक्सीजन सिलेंडर के कारण करीब सौ बच्चों की जान बची थी।