उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जिले में 2 दलित सगी बहनों की मौत के मामले से पूरे इलाके में माहौल गर्म हो गया है। स्थानीय ग्रामीण लोग इस मामले में थाने का घेराव कर बवाल मचाया। इस मामले में परिवार ने लड़कियों को जबरन उठाकर ले जाने और हत्या करने का आरोप लगाया है। पुलिस ने मुख्य आरोपी समेत चार को हिरासत में लेकर उनसे अभी पूछताछ कर रही है। लखीमपुर खीरी के निघासन थाना इलाके के तमोलीन पुरवा गांव से बुधवार को दो लड़कियों का अपहरण हुआ था।
लड़कियों के मां के अनुसार दोनों नाबालिग बेटियां घर के बाहर लगी चारा मशीन पर चारा काटने गई थीं। इसी दौरान पड़ोसी गांव के तीन युवक बाइक पर सवार होकर आए और दोनों बहनों को जबरन बाइक पर बैठाकर भागने लगे। मां ने शोर मचाते हुए बाइक सवारों का पीछा किया लेकिन तब तक वह उनकी पहुंच से दूर जा चुके थे। शोर सुनकर गांव वाले भी इकट्ठा हो गए और आरोपियों की तलाश शुरू की। करीब एक घंटे बाद गांव के ही एक व्यक्ति के खेत में उनका शव खैर के पेड़ की डाल से लटका मिला।
समाजवादी पार्टी और कांग्रेस ने इस मुद्दे को लेकर प्रदेश की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा ने कहा, ‘लखीमपुर में दो बहनों की हत्या की घटना दिल दहलाने वाली है। वहीं सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने इस मामले में अपने प्रतिक्रिया देते हुए सरकार को घेरा, बोले लखीमपुर में किसानों के बाद अब दलितों की हत्या ‘हाथरस की बेटी’ हत्याकांड की जघन्य पुनरावृत्ति है।
लखीमपुर खीरी के अपर एसपी अरुण कुमार सिंह के अनुसार थाने में दी परिजनों की तहरीर में उसी गांव के छोटू और तीन अज्ञात पर केस दर्ज किए गए हैं। इन पर बहनों का अपहरण, रेप और हत्या का आरोप लगा है। वहीं शवों के पोस्टमार्टम की जानकारी देते हुए पुलिस अधिकारियों का कहना है कि फॉरेंसिक टीम सभी पहलुओं की जांच करेगी।