उन्नाव गैंगरेप मामले में बीजेपी सांसद साक्षी महाराज का चौकाने वाला बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि उन्नाव का यह केस उनकी जानकारी में नहीं था। केस के बारे में उन्हें तब पता चला जब यह मीडिया में आया। बता दें कि गैंगरेप की यह वारदात साक्षी महाराज के ही संसदीय क्षेत्र में हुई थी।
न्यूज18 से बातचीत के दौरान साक्षी महाराज ने कहा कि मैं उन्नाव से सांसद हूं। मैं खुद जनता दरबार लगता हूं। वो पीड़ित लड़की मेरे पास नहीं आई। जब मीडिया में ये मामला आया, तभी ये पूरी घटना मेरे सामने आई। उन्होंने कहा कि शायद मेरे पास वो लड़की इसलिए नहीं आई, क्योंकि मैं उन्नाव से बीजेपी का सांसद हूं। कुलदीप सिंह सेंगर भी बांगरमऊ से बीजेपी विधायक हैं।
उसे लगा हो कि दोनों बीजेपी से हैं, इसलिए उसकी मदद ना करूं। बीजेपी सांसद ने कहा कि अगर पीड़िता मेरे पास मदद मांगने आती तो मै उसकी जरूर मदद करता। मामला इनता नहीं बढ़ता। उन्होंने कहा कि जैसे ही पीड़ित लड़की ने सीएम योगी के यहां शिकायत की और कहा कि उसे जिला प्रशासन पर भरोसा नहीं हैं, वैसे ही योगी सरकार ने एसआईटी गठित कर दी।
12 घंटे में एसआईटी ने अपनी रिपोर्ट सीएम को सौंप दी। वहीं रिपोर्ट आते ही सीएम योगी ने सीबीआई जांच के आदेश दे दिए। साक्षी महाराज ने कहा, लड़की कह रही है कि उसके साथ रेप किया गया है। वहीं बीजेपी विधायक का कहना है कि वो निर्दोष हैं। देश में सीबीआई से बड़ी कोई जांच एजेंसी नहीं है। इस मामले में सीबीआई जांच के बाद दूध का दूध और पानी का पानी कर देगी।
अगर बीजेपी विधायक दोषी होंगे तो उन्हें सज़ा मिलेगी, नहीं तो वह बरी हो जाएंगे। साक्षी महाराज के इस बयान के बाद सवाल यह उठता है कि जिस सांसद को अपने संसदीय क्षेत्र में होने वाली घटना की जानकारी मीडिया से मिलती हो, वो आखिर कैसे इस बात का दावा कर सकता है कि जनता दरबार में आने पर पीड़िता को इंसाफ़ मिल जाता।