भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की पश्चिम बंगाल इकाई के प्रमुख दिलीप घोष का ‘निजी सहायक’ बताने वाले एक व्यक्ति और उसके साथी को आसनसोल स्टेशन पर सोमवार को एक करोड़ रुपए के साथ गिरफ्तार कर लिया गया। रेलवे पुलिस के सूत्रों ने यह जानकारी दी।
रेलवे पुलिस ने दोनों को बैग के साथ उस वक्त गिरफ्तार किया, जब वे स्टेशन से कोलकाता के लिए ट्रेन पकड़ने वाले थे। गौतम चट्टोपाध्याय और लक्ष्मीकांत शॉ आसनसोल स्टेशन पर एक विशाल बैग के साथ संदिग्ध रूप से चल रहे थे, जिसके बाद रेलवे पुलिस ने दोनों को पूछताछ के लिए रोक लिया।
जब बैग की तलाशी ली गई तो उसमें से एक करोड़ रुपए बरामद किए गए। रुपयों के बारे में सही जानकारी नहीं देने के बाद पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया। पत्रकारों के सवालों के जवाब में चट्टोपाध्याय ने कहा कि सारे रुपए बीजेपी के हैं, जिन्हें कोलकाता ले जाया जा रहा था।
पुलिस ने कहा कि चट्टोपाध्याय ने खुद को बीजेपी की राज्य इकाई के प्रमुख दिलीप घोष का ‘निजी सहायक’ बताया है। बाद में चट्टोपाध्याय और शॉ को निचली अदालत में पेश किया गया, जहां से उन्हें चार दिनों की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया।
पत्रकारों के सवालों के जवाब में गौतम चट्टोपाध्याय ने कहा कि सारे रुपये बीजेपी के हैं, जिन्हें कोलकाता ले जाया जा रहा था। पुलिस ने कहा कि चट्टोपाध्याय ने खुद को बीजेपी की राज्य इकाई के प्रमुख दिलीप घोष का ‘निजी सहायक’ बताया है। बाद में चट्टोपाध्याय और शॉ को निचली अदालत में पेश किया गया, जहां से उन्हें चार दिनों की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया। दिलीप घोष से बात करने की कोशिश की गई लेकिन उन्होंने कॉल का कोई जवाब नहीं दिया।
आपको बता दें कि दिलीप घोष अक्सर ममता बनर्जी पर हमला करते रहते हैं। पिछले साल सिंतबर में जब दिलीप घोष पूर्वी मिदनापुर जा रहे थे तो उनके काफिले पर हमला हुआ था। इस हमले में दिलीप घोष सहित सात लोग घायल हुए थे। घोष ने इस हमले के लिए टीएमसी को जिम्मेदार ठहराया था।