मध्यप्रदेश के इंदौर में कैलाश विजयवर्गीय के बेटे और भाजपा विधायक आकाश विजयवर्गीय ने क्रिकेट के बल्ले से निगम कर्मचारी की पिटाई कर दी। पिटाई पर मीडिया से बात करते हुए विधायक ने कहा कि ये तो सिर्फ शुरुआत है, हम इस भ्रष्टाचार और गुंडाई को खत्म कर देंगे। हमारी कार्रवाई की लाइन- आवेदन, निवेदन और फिर दे दनादन है। पुलिस ने विभिन्न धाराओं में विधायक आकाश के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है।
आकाश ने आगे कहा कि नगर निगम के गैंग ने महिलाओं को उनके पैरों से घसीटकर घरों से बाहर निकाला। महिला पुलिस को उनके साथ होना चाहिए था। जब मैं वहां पहुंचा, तो लोगों ने अधिकारियों पर गुस्सा किया। हम स्टेशन में अधिकारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने आए हैं।कांग्रेस ने आकाश पर कार्रवाई करने की मांग की है।
दरअसल, नगर निगम द्वारा शहर में चिन्हित किए गए 26 अति खतरनाक मकानों को तोड़ने की कार्रवाई की जा रही थी। बुधवार को जब गंजी कंपाउंड स्थित एक मकान को तोड़ने के लिए नगर निगम की टीम पहुंची तो उनकी बहस आकाश विजयवर्गीय से हो गई।
विधायक आकाश ने नगर निगम अधिकारियों और कर्मचारियों को धमकी देते हुए 10 मिनट में वहां से निकल जाने को कहा। बाद में विधायक भड़क गए और उन्होंने क्रिकेट के बल्ले से निगम कर्मचारी पर हमला कर दिया।
उधर कांग्रेस ने इंदौर-3 से बीजेपी विधायक आकाश विजयवर्गी के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है। मध्य प्रदेश के गृहमंत्री बाला बच्चन ने मीडिया से कहा, कोई भी कितना बड़ा नेता हो, यदि कानून को हाथ में लेने का काम करेंगे तो कानून अपना काम करेगी। बता दें कि, बुधवार को जोनल अफसर धीरेंद्र बायस और असीत खरे नगर निगम की टीम के साथ जेल रोड के पास गंजी कंपाउंड स्थित एक दो मंजिला खतरनाक मकान तोड़ने पहुंचे थे।
लेकिन उस घर में रहे एक किराएदार और नगर निगम के अफसरों से विवाद हो गया। किसी ने इस बात की सूचना आकाश विजयवर्गी को दे दी। मौके पर पहुंचे आकाश नगर निगम के अधिकारियों से उलझ गए। विवाद इतना बढ़ा कि विधायक ने क्रिकेट बैट उठा लिया और निगम अफसर धीरेंद्र बायस को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा। बताया जा रहा है कि, पुलिस ने इस मामले में विधायक और उनके कार्यकर्ताओं के खिलाफ केस दर्ज किया है।