नई दिल्ली: मायावती ने अपने प्रचार अभियान की शुरुआत की और विरोधियों पर जमकर निशाना साधा, मायावती ने कहा कि बेरोज़गारी और महंगाई से जनता परेशान है, इसके साथ ही उन्होंने बीजेपी पर पक्षपाती रवैया अपनाने का भी आरोप लगाया, उन्होंने कहा कि बीजेपी जातिवादी और पूंजीवादी पार्टी है।
मायावती ने कहा कि धर्म के नाम पर तनाव बना रहता है, पुलिस हिरासत में दलितों को मार दिया जाता है, उन्होंने ये भी कहा कि अपर कास्ट के लोग भी बीजेपी में ठगे गए हैं, रैली के दौरान महंगे पेट्रोल डीज़ल का ज़िक्र करते हुए उन्होंने कहा कि चुनाव से पहले पेट्रोल-डीज़ल की कीमत (बढ़ने से) रोक दी गई हैं, उन्होंने कहा कि बीजेपी के अहंकारी और दमनकारी राज से बचाना है और आप, सपा, बीजेपी और कांग्रेसी से बचना है।
मायावती ने कहा कि सपा की सरकार में गुंडों और लूट खसोट करने वालों का राज होता है, इस दौरान उन्होंने अखिलेश यादव की सपा पर निशाना साधते हुए कहा कि एसपी ने दलितों से दुर्व्यवहार किया, उन्होंने कहा कि मुज़फ़्फ़रनगर दंगा उनके समय में ही हुआ था, सपा की सरकार में दलित और अति पिछड़ों को कुछ नहीं मिला और प्रमोशन में आरक्षण बिल को समाजवादी पार्टी ने फाड़ दिया था।
मायावती ने कहा कि अपनी गलत नीतियों के कारण कांग्रेस सिर्फ केंद्र की सत्ता से ही बेदखल नहीं हुई बल्कि यूपी से भी बहुत पहले बाहर हो गई है, वो लोग दलितों और पिछड़ों के खिलाफ हैं, जब वो सरकार में थे, तब उन्होंने डॉ भीमराव अंबेडकर को भारत रत्न नहीं दिया, वो तब जब कि वो इसके लायक थे, उन्होंने कहा कि कांशीराम के देहांत पर उनके सम्मान में कांग्रेस ने एक दिन का भी राष्ट्रीय शोक घोषित नहीं किया था।
मायावती ने कहा कि हम दूसरी पार्टियों की तरह लोक लुभावन घोषणा पत्र नहीं लाते हैं, पिछली बार हमारे कुछ नेताओं ने टिकट देने में गड़बड़ियां की थीं, वे सब अब दूसरी पार्टियों में चले गए हैं।
इस दौरान उन्होने ओपिनियन पोल का भी ज़िक्र किया और कहा कि आप ओपिनियन पोल और सर्वे के चक्कर में मत पड़िएगा, 2007 में हमें तीसरे नंबर पर बताया गया था, रिज़ल्ट आया तो हम नंबर वन थे, आप सब जब तक वोट नहीं डाल लेते हैं तब तक उपवास पर रहिएगा, सवेरे उठते ही सबसे पहले वोट डालना है।