बिहार के मुजफ्फरपुर में मंगलवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को विरोध का सामना करना पड़ा। इस दौरान उनका विरोध कर रहे लोगों ने उन्हें काले झंडे दिखाते हुए उनकी कार पर स्याही फेंकी। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मुजफ्फरपुर के श्रीकृष्ण मेमोरियल कॉलेज अस्पताल परिसर में 105 करोड़ की योजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करने पहुंचे थे। इसी दौरान कुछ लोगों ने उनका विरोध किया।
गरीब जनक्रांति पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता उमाशंकर यादव और जिला छात्र अध्यक्ष अंकित कुमार को पुलिस ने हिरासत में लिया है। मुख्यमंत्री एसकेएमसीएच में पीएसीयू और अन्य योजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करने के लिए मुजफ्फरपुर पहुंचे।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मुजफ्फरपुर के झपहां में कृष्ण नंदन सहाय की प्रतिमा का अनावरण भी करेंगे। स्वर्गीय सहाय पटना के लोकप्रिय मेयर थे। उनकी लोकप्रियता का अनुमान इस बात से लगाया जा सकता है कि वे सात बार पटना के मेयर चुने गए। स्वर्गीय सहाय की प्रतिमा मुजफ्फरपुर के झपहां स्थित तिरहुत शारीरिक शिक्षण प्रशिक्षण महाविद्यालय में स्थापित की गई है।
दोनों आरोपियों से पूछताछ की जा रही है। मुख्यमंत्री की यात्रा की चाक-चौबंद सुरक्षा व्यवस्था किए जाने के बावजूद इनती बड़ी चूक कैसे हुई, इसकी जांच की जा रही है। पुलिस दोनों आरोपियों से पूछताछ कर रही है।
मालूम हो कि भाजपा-जदयू के बीच चल रहे टकराव लगातार बढ़ता चला जा रहा है। गिरिराज सिंह ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर अपने संसदीय क्षेत्र बेगूसराय के साथ भेदभाव करने का आरोप लगाया है। इसपर जदयू ने तीखी प्रतिक्रिया दी और बिहार सरकार के मंत्री ने गिरिराज से कहा कि, उन्हें ‘घड़ियाली आंसू’ बहाना बंद करना चाहिए।