नई दिल्ली : सीएम ममता ने मुस्लिम मतदाताओं से एकजुट होने की अपील वाले बयान पर चुनाव आय़ोग से नोटिस मिलने पर तीखी प्रतिक्रिया दी है.
सीएम ममता ने कहा कि वह सांप्रदायिक आधार पर मतदाताओं को बांटने के किसी भी प्रयास के खिलाफ आवाज उठाती रहेंगी और चुनाव आयोग चाहे तो उन्हें 10 कारण बताओ नोटिस भेज दे, लेकिन इससे वह अपना रुख नहीं बदलेंगी, बंगाल विधानसभा चुनाव में अभी 5 चरणों का चुनाव बाकी है.
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सीएम ममता ने कुछ दिनों पहले मुस्लिम मतदाताओं से टीएमसी के पक्ष में मतदान करने की अपील की थी, इसके बाद चुनाव आयोग ने बुधवार को बनर्जी को आचार संहिता के उल्लंघन के लिए नोटिस भेजा था.
सीएम ममता ने दोमजुर में चुनाव प्रचार के दौरान पूछा कि जब पीएम मोदी अपने बयानों में हिंदू और मुस्लिम वोटबैंक का जिक्र करते हैं तो उनके खिलाफ कोई शिकायत क्यों दर्ज नहीं की जाती?
सीएम ममता ने कहा चुनाव आयोग चाहे तो उन्हें 10 कारण बताओ नोटिस भेज सकता है, लेकिन उनका जवाब एक ही होगा, मैं हमेशा हिंदू, मुस्लिम वोटों के विभाजन के खिलाफ बोलती रहूंगी, मैं धार्मिक आधार पर मतदाताओं को बांटने के खिलाफ खड़ी रहूंगी.
सीएम ममता ने कहा कि पीएम मोदी के खिलाफ शिकायत क्यों नहीं दर्ज हो रही है? जो हर रोज हिंदू और मुस्लिम वोटबैंक की बात करते हैं, नंदीग्राम चुनाव के दौरान जिन लोगों ने ‘मिनी पाकिस्तान’ शब्द का इस्तेमाल किया था, उनके खिलाफ कितनी शिकायतें दर्ज की गईं?
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चुनाव आयोग ने सीएम ममता को उनके 3 अप्रैल को दिए गए बयान पर जवाब मांगा था, इस बयान में ममता बनर्जी ने मुस्लिम मतदाताओं से अपील की थी कि वो अपने वोट को विभिन्न राजनीतिक दलों के बीच बंटने न दें.
शिकायत के मुताबिक, उन्होंने सांप्रदायिक आधार पर टीएमसी के लिए वोट मांगे थे, चुनाव आयोग ने ममता बनर्जी से 48 घंटे के भीतर जवाब देने को कहा था.