नई दिल्ली : शुभेंदु अधिकारी ने कहा कि सीएम ममता ने अपने नामांकन पत्र में कई जानकारियों को छुपाया है, शुभेंदु का कहना है कि सीएम ममता ने अपने ऊपर चल रहे मामलों का जिक्र नामांकन पत्र में नहीं किया है.
शुभेंदु अधिकारी ने कहा कि ममता पर केस संख्या 286/2018 के तहत आईपीसी की धारा 20बी, 153ए और 198, असम के गीतानगर पुलिस स्टेशन.
केस संख्या 466/2018 के तहत आईपीसी की धारा 120बी, 153ए, 294, 298 और 506, पान बाजार पुलिस स्टेशन, केस संख्या 288/2018 के तबत आईपीसी की धारा 121, 153ए जगरोड पुलिस स्टेशन के मामले हैं, ममता पर दर्ज ये मामले असम में दर्ज हैं.
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शुभेंदु अधिकारी के मुताबिक असम के ही उत्तर लखीमपुर सदर थाना में ममता बनर्जी के ऊपर केस संख्या 832/2018 के तहत आईपीसी की धारा 353, 323 और 338 में मामला दर्ज है.
इसके साथ कोलकाता के निजाम पैलेस में सीबीआई द्वारा दायर केस संख्या आरसी 01020008A0023/2008 शामिल हैं, बता दें कि बंगाल के चुनावी रण में शुभेंदु अधिकारी नंदीग्राम विधानसभा सीट से ममता बनर्जी के खिलाफ चुनावी मुकाबले में हैं.
अमित शाह ने कहा कि सीएम ममता हाल में चोट लगने की वजह से दर्द में हैं और उनके जल्द ठीक होने की कामना की, मगर सवाल किया कि क्या वह बीजेपी के उन कार्यकर्ताओं के परिवारों का दर्द महसूस कर सकती हैं.
जिनकी ह’त्या टीएमसी के शासन के दौरान की गई, बांकुड़ा जिले के रानीबंध में एक रैली को संबोधित करते हुए शाह ने वादा किया कि अगर बीजेपी राज्य की सत्ता में आती है तो राज्य सरकार के कर्मचारियों के लिए सातवें वेतन आयोग को लागू किया जाएगा.
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ममता जब आपके के पैर में चोट लगी तो आपको दर्द हुआ, मैं कामना करता हूं कि आप जल्द ठीक हो जाएं, लेकिन 130 बीजेपी कार्यकर्ताओं की मांओं के दर्द का क्या, जिनकी हत्या टीएमसी के गुंडों ने की है.
क्या आपने उनका दर्द कभी महसूस करने की कोशिश की? शाह ने कहा आपने कभी भी इन लोगों की पीड़ा महसूस नहीं की, वे विधानसभा चुनाव में वोट डालने के दौरान आपको मुंहतोड़ जबाव देंगे.