भारतीय क्रिकेट टीम के तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी का अमेरिकी वीजा पुलिस रेकॉर्ड के आधार पर रद्द कर दिया गया था। इसके पीछे उनके खिलाफ पुलिस में घरेलू हिंसा और व्यभिचार से जुड़े मामलों का दर्ज होना है। इसके बाद बीसीसीआई उनकी मदद के लिए आगे आया। बंगाल के तेज गेंदबाज को आखिर में बीसीसीआई के सीईओ राहुल जोहरी की मदद के बाद अमेरिका का वीजा मिल पाया।
बीसीसीआई के एक अधिकारी के अनुसार इसके पीछे वजह यह रही है कि शमी के ऊपर उनकी पत्नी हसीन जहां ने घरेलू हिंसा के तहत केस दर्ज करा रखे हैं। इन दोनों के बीच लंबे समय से विवाद जारी है जो अब तक नहीं सुलझा है। इसके चलते अमेरिका ने शमी को वीजा जारी करने से मना कर दिया। इस बारे में बात करते हुए बीसीसीआई के अधिकारी ने बताया कि वेस्टइंडीज दौरे पर जाने के लिए जिन खिलाड़ियों के पास अमेरिका का वीजा नहीं था, उनके लिए पी-1 वीजा कैटगरी में आवेदन किया गया था। भारतीय टीम की ओर से जितने भी खिलाड़ियों ने आवेदन किया था, उनमें शमी को छोड़कर सभी को पहली ही बार में वीजा मिल गया।
बता दें कि यदि आप किसी अंतरराष्ट्रीय खेल टीम के सदस्य हैं तो आपको अमेरिका के लिए शॉर्ट टर्म के लिए वीजा मिलता है। भारतीय टीम के कप्तान कोहली, उपकप्तान रोहित शर्मा और हेड कोच रवि शास्त्री के पास पहले से ही 10 साल का अमेरिका वीजा है। शमी का वीजा कैंसिल होते ही बीसीसीआई तुरंत हरकत में आ गया और उसके सीईओ राहुल जौहरी ने इस मामले में दखल दिया। बाद में बीसीसीआई की ओर से अतिरिक्त कागजात अमेरीकी दूतावास में जमा कराए गए तब जाकर शमी को वीजा मिल सका। बता दें कि बीसीसीआई की ओर से टीम इंडिया के खिलाड़ियों के लिए वीजा आवेदन मुंबई स्थिति अमेरिकन वाणिज्यिक दूतावास में दिया गया था।
खास बात यह है कि भारत को वेस्टइंडीज के खिलाफ 3 और 4 अगस्त को होने वाले टी20 मुकाबले अमेरिका में ही खेलने हैं। यह मैच अमेरिकी राज्य फ्लोरिडा के लॉडरहिल शहर के सेंट्रल ब्रोवर्ड रीजनल पार्क स्टेडियम टर्फ ग्राउंड में खेले जाएंगे। उसके बाद के सभी मैच वेस्टइंडीज में होंगे। टी20 सीरीज के बाद वनडे सीरीज शुरू होगी जिसमें शमी हिस्सा लेंगे। 8 अगस्त से शुरू होने वाली तीन मैचों की वनडे सीरीज के बाद दो टेस्ट मैचों की सीरीज में भी शमी हिस्सा होंगे। पहला टेस्ट 22 अगस्त और दूसरा टेस्ट 30 अगस्त से खेला जाएगा।