बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड (बीसीबी) ने मंगलवार को एक बड़ा फैसला लेते हुए अपनी टेस्ट और टी-20 टीम के कप्तान शाकिब अल हसन पर दो साल का प्रतिबंध लगाने की घोषणा कर दी है। बीसीबी ने शर्तों का उल्लंघन करने के मामले में शाकिब को कारण बताओ नोटिस दिया था। शाकिब ने खिलाड़ियों की हड़ताल की अगुवाई की थी। इसके अलावा शाकिब पर बुकी द्वारा उनसे सम्पर्क साधने की जानकारी भी छुपाने का आरोप है।
आईसीसी बुकी की जानकारी छुपाने को लेकर शाकिब से नाराज था और उसने बीसीबी से कहा था कि वह शाकिब को अभ्यास से दूर रखे। इसके बाद शाकिब के भारत दौरे पर आने को लेकर सवाल खड़े हो गए थे और साथ ही उन पर करीब 18 महीने के प्रतिबंध का भी खतरा मंडरा रहा था।
बीसीबी के अध्यक्ष नजमुल हसन ने कहा, “वास्तव में अभी कुछ भी स्पष्ट नहीं है। यही समस्या है क्योंकि टीम कल (बुधवार को) भारत दौरे के लिए रवाना हो रही है।” हसन ने इससे पहले सोमवार को कहा था शाकिब भारत दौरे से बाहर रह सकते हैं।
उन्होंने कहा था, “मुझे विश्वास है कि वे (खिलाड़ी) नहीं जाएंगे और वे इसके बारे में हमें तब बताएंगे जब हमारे पास इसे करने को लेकर कुछ नहीं होगा। मुझे नहीं पता। मैंने आज शाकिब से बात की है। देखते हैं वह क्या कहते हैं। यह दूसरों के लिए भी हो सकता है, लेकिन मुझे जानकारी मिली है कि वे नहीं जाएंगे।”
बता दें कि शाकिब पर दो साल पहले भ्रष्ट पेशकश की रिपोर्ट नहीं करने के लिए प्रतिबंध लगाया गया है। बांग्लादेश के टेस्ट और टी20 कप्तान शाकिब को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने 2 साल के लिए प्रतिबंधित कर दिया है, जिससे भारत दौरे से पहले बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड (बीसीबी) की मुश्किलें बढ़ गई हैं। इस दौरे में तीन टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों के अलावा दो टेस्ट मैच खेले जाएंगे।
दरअसल, दो साल पहले शाकिब को एक अंतरराष्ट्रीय मैच से पहले सट्टेबाजी से पेशकश मिली थी, लेकिन उन्होंने इसकी आईसीसी की भ्रष्टाचार निरोधक एवं सुरक्षा इकाई (एसीएसयू) के पास रिपोर्ट नहीं की थी। अब शाकिब ने अब एसीएसयू के जांच अधिकारी के सामने अपनी गलती स्वीकार कर ली है।