नई दिल्ली: केंद्र की एनडीए सरकार ने लोकसभा में तीन तलाक बिल पेश कर दिया है। विपक्ष सहित दूसरे अन्य दलों के सांसद इसका विरोध कर रहे हैं। सपा सांसद आजम खान तो दो कदम आगे बढ़ गए। उन्होंने कहा कि वह इस मामले पर कुरान की राय को ही मानेंगे। सोमवार को लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान आजम खान ने साफ कहा कि यह हमारा व्यक्तिगत मामला है। इसमें कुरान से हटकर कोई बात स्वीकार नहीं की जाएगी।
रामपुर से सांसद आजम खान ने कहा, ‘कोई एक तलाक मानता है, माने। कोई दो मानता है, माने। कोई तीन तलाक मानता है, माने। नहीं मानता है मत माने। मैं कहता हूं कि यह हमारा व्यक्तिगत मामला है, इस पर कुरान जो फैसला देता है। उस राय से हटकर कोई बात कबूल नहीं की जाएगी।’
खान ने कहा, यह हमारा व्यक्तिगत मामला
उन्होंने कहा, ‘कोई एक तलाक मानता है, माने। कोई दो मानता है, माने। कोई तीन तलाक मानता है, माने। नहीं मानता है मत माने। मैं कहता हूं कि यह हमारा व्यक्तिगत मामला है, इस पर कुरान जो फैसला देता है। उस राय से हटकर कोई बात कबूल नहीं की जाएगी, हरगिज नहीं की जाएगी।’ आजम खान के ऐसा कहने पर लोकसभा में काफी हंगामा हुआ।
सरकार पर किया हमला, ये जो हमदर्द बनते हैं…
सरकार पर निशाना साधते हुए रामपुर के सांसद ने कहा, ‘ये जो महिलाओं के बड़े हमदर्द बनते हैं, महिला हितों की बड़ी वकालत करते हैं, महिलाओं के दुख और दर्द के बारे में भी बताएं।’ आजम ने सवाल किया कि सबरीमाला मामले में एक पैमाना और मुस्लिम तलाकशुदा महिलाओं के लिए अलग पैमाना क्यों? उन्होंने आगे कहा, ‘मुझे इस बात का भी अंदेशा है कि कही लोग शादी, निकाह और मंडप से डरने न लगें और शादी का रिवाज ही खत्म हो जाए और लिव-इन रिलेशन को ही लोग पसंद करने लगें।’