महाराष्ट्र के औरंगाबाद में बीती रात दो समुदायों के बीच हिंसा भड़कने की खबर सामने आई है। बताया जा रहा है की औरंगाबाद के पुराने इलाके में अभी भी तनावपूर्ण हालात बने हुए है। इस हिंसा में एक शख्स की मौत की खबर सामने आई है।
आज तक की खबर के मुताबिक, शुक्रवार को एक झगड़े ने दोनों समुदायों के बीच हिंसक झड़प का रूप ले लिया, इसके बाद शहर के गांधीनगर, राजाबाजार और शाहगंज इलाकों में सांप्रदायिक हिंसा फैल गई जिसमें एक युवक की मौत हो गई है।
दंगाइयों पर काबू पाने के लिए पुलिस को गोलियां चलानी पड़ीं जबकि 15 पुलिसकर्मियों सहित 25 से अधिक लोग घायल हुए हैं।
देर रात दो समुदायों के बीच नल का कनेक्शन तोड़ने को लेकर शुरू हुए विवाद के बाद पथराव और आगजनी की घटनाएं हुई है, जिसके बाद उपजे तनाव के बीच कड़े सुरक्षा इंतजाम किए गए हैं।
हिंसा के बाद बाजार में हुई आगजनी में 100 से ज्यादा दुकानें जलकर खाक हो गईं और पूरा बाजार लगभग तबाह हो गया। इस हिंसा में एक शख्स की जान चली गई और कई लोग जख्मी हो गए। तनाव के मद्देनजर जिले में धारा 144 लागू की गई है।
पुलिस का कहना है कि अब तक यह पता नहीं चल सका है कि हिंसा किस बात को लेकर भड़की। कहा जा रहा है कि अवैध रूप से लगाई गई पानी की पाइप लाइन काटने में भेदभाव के चलते यह झगड़ा शुरू हुआ। फिलहाल शहर में बड़ी संख्या में सुरक्षा बल तैनात है और तनाव जैसी स्थिति बनी हुई है। महाराष्ट्र के गृह राज्य मंत्री ने भी आम लोगों से अफवाहों पर ध्यान ना देने की अपील की है। डीसीपी (जोन-वन) विनायक ढाकने ने टाइम्स ऑफ इंडिया से बातचीत में कहा कि हमलोगों ने प्रभावित इलाके भारी तादाद में पुलिसवालों की तैनाती की है। उपद्रवियों के खिलाफ हमलोग कड़ी कार्रवाई करेंगे।