नई दिल्ली : चुनाव आयोग ने असम के बीजेपी नेता हिमांता बिश्व सरमा पर 48 घंटे के लिए प्रचार करने से प्रतिबंधित कर दिया है, हिमांता की ओर से एक नेता पर एनआईए की कार्रवाई की धमकी देने पर यह कार्रवाई की गई है.
चुनाव आयोग ने कांग्रेस की ओर से की गई शिकायत पर बीजेपी नेता और असम के मंत्री बिश्व सरमा के खिलाफ यह कदम उठाया है, गौरतलब है कि इससे पहले चुनाव आयोग ने कांग्रेस की ओर से की गई शिकायत पर बिस्वा सरमा को नोटिस भेजकर जवाब मांगा था.
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कांग्रेस ने आरोप लगाया था कि बिस्वा सरमा ने हग्रामा मोहिलारी के खिलाफ धमकी भरे शब्दों का इस्तेमाल किया है, मोहिलारी बोडोलैंड पीपुल्स फ्रंट के प्रमुख हैं, जिन्होंने चुनाव के ठीक पहले बीजेपी का साथ छोड़कर कांग्रेस का दामन थाम लिया था.
कांग्रेस के एक प्रतिनिधिमंडल ने चुनाव आय़ोग को 30 मार्च को एक शिकायत सौंपी थी, इसमें आरोप लगाया गया है कि बिस्वा सरमा ने मोहिलारी को सार्वजनिक रूप से धमकी दी.
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इसमें सरमा ने कथित तौर पर एनआईए द्वारा मोहिलारी को जेल भेजने की बात कही थी, आयोग को राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी से सरमा के बयान का पूरा अंश मिला था.
इसमें सरमा ने कहा है अगर हग्रामा मोहिलारी ने उग्रवाद का रास्ता चुना तो वह जेल जाएगा, यह सीधी बात है, अगर मोहिलारी ने बाथा को प्रोत्साहित किया तो उसे जेल जाना पड़ेगा.