न्यूयार्क टाइम्स ने अलग अलग ज़रिये से आँकड़े लेकर बताया है कि भारत में कोविड से अब तक 42 लाख लोगों की मौत हुई होगा। इस पर सरकार भड़क गई है। नीति आयोग के सदस्य दो अपना कोई मॉडल न बना सके, इलाज का न आंकलन का, चले आए बताने की न्यूयार्क टाइम्स की रिपोर्ट आधारहीन है।
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जबकि इन्हें पता होना चाहिए कि गुजरात के ही अख़बार गुजरात समाचार, दिव्य भास्कर और संदेश ने श्मशान से रिपोर्टिंग कर सरकार के हर दावे को झूठा करार दिया है। उस पर चुप हैं लेकिन न्यूयार्क टाइम्स पर बोलने आ गए। पूरी तरह से फेल हो चुकी नकारी कोविड टास्क फ़ोर्स के इन सदस्यों को श्मशान से की गई रिपोर्टिंग को पढ़ना चाहिए और सोचना चाहिए कि वो खुद लाशों की गिनती को झुठला रहे हैं।
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अख़बार की जगह सरकार को दावा करना था कि उसके आँकड़े सही हैं। क्या ये सरकार मृत्यु के अपने आँकड़ों को सही बता सकती है? क्या भारत की जनता को पता नहीं कि सरकारी आँकड़े फ़र्ज़ी हैं। पूरी दुनिया के सामने थू थू से इन्हें परेशानी है लेकिन अपने देश के लोगों का नरसंहार हुआ और उनकी सही गिनती नहीं है इससे परेशानी नहीं है।