अनुच्छेद 370 का जम्मू-कश्मीर में शांति स्थापित करने से कोई लेना-देना नहीं: अमित शाह
नई दिल्ली 04 दिसंबर । केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आज कहा कि सात दशकों से अधिक समय से अनुच्छेद 370 के अस्तित्व के बावजूद जम्मू-कश्मीर में शांति नहीं है, इसलिए यह स्पष्ट है कि कश्मीर में शांति के साथ अनुच्छेद 370 जम्मू का इससे कोई लेना-देना नहीं है।
श्री शाह ने शनिवार को एक अंग्रेजी अखबार के सम्मेलन में एक सवाल के जवाब में यह टिप्पणी की।
ये भी देखें:वरिष्ठ पत्रकार विनोद दुआ का निधन
उन्होंने जम्मू-कश्मीर में राज्य के दर्जे की बहाली को राजनीतिक मांग बताते हुए कहा कि पहले सीमांकन होगा, फिर चुनाव होंगे और फिर राज्य का दर्जा नियमानुसार बहाल किया जाएगा। राजनीतिक दल राज्य की स्थिति को मुद्दा बना रहे हैं।
एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि जिस तरह से जम्मू-कश्मीर में कानून-व्यवस्था बहाल हो रही है, उससे पर्यटक जा रहे हैं और कई जनकल्याणकारी योजनाओं पर काम हो रहा है, जो पहले कभी नहीं हुआ. मुझे उम्मीद है कि कश्मीरी लोग इस बदलाव का स्वागत करेंगे।
मैं सभी दलों से लोकतांत्रिक प्रक्रिया का हिस्सा बनने का आग्रह करता हूं। 370 का वहां की शांति से कोई लेना-देना नहीं है। क्या 1990 के दशक में अनुच्छेद 370 मौजूद नहीं था, इसके अस्तित्व के बावजूद शांति क्यों नहीं थी? उन्होंने कहा कि अगर अभी टारगेट किलिंग को जोड़ दिया जाए तो मरने वालों की संख्या पहले के मुकाबले कम हो जाएगी।
ये भी देखें:ममता बनर्जी के वैकल्पिक मोर्चे में शामिल हो सकते हैं अखिलेश यादव, बोले- कांग्रेस को मिलेंगी ‘0 सीट‘
आज केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आज कहा कि सात दशकों से अधिक समय से अनुच्छेद 370 के अस्तित्व के बावजूद जम्मू-कश्मीर में शांति नहीं है, इसलिए यह स्पष्ट है कि कश्मीर में शांति के साथ अनुच्छेद 370 जम्मू का इससे कोई लेना-देना नहीं है। उन्होंने ने ये बातें एक सम्मेलन में कही।