नई दिल्ली: भाजपा के वरिष्ठ नेता शाहनवाज हुसैन ने गुरुवार को जम्मू-कश्मीर के स्पेशल दर्जा हटाए जाने का विरोध करने वाले ‘मुस्लिम बुद्धिजीवियों’ को लेकर एक बड़ा बयान दिया है, उन्होंने कहा कि अनुच्छेद 35 ए पूरी तरह से ‘इस्लाम विरोधी’ था इसलिए उसे खत्म किया जाना बहुत जरूरी था, मोतिहारी में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता हुसैन ने आरोप लगाया कि 35 A ने जम्मू-कश्मीर के बाहर के किसी व्यक्ति से शादी करने की स्थिति में पैतृक संपत्ति पर महिला के अधिकार को छीन लिया था, जो शरिया के खिलाफ था।
शाहनवाज हुसैन ने कहा कि, एनआरसी किसी खास राज्य के लिए नहीं बल्कि पूरे देश के लिए है और अगर किसी भी हिस्से में घुसपैठिये होंगे तो सरकार उन्हें बाहर ही करेगी। शाहनवाज हुसैन ने कहा कि भारत कोई धर्मशाला नहीं है कि यहां आकर कोई भी रहने लगे।
उन्होंने कहा कि भारत में काफी संख्या में लोग गरीबी रेखा के नीचे रहते हैं लिहाजा ऐसे लोगों की जीवन स्थिति में सुधारने की जरूरत है। बांग्लादेश की स्थिति तो भारत से अच्छी है वो कोई पाकिस्तान जैसा देश तो नहीं कि गरीबी और भूखमरी है। इसलिए जो अवैध ढ़ंग से रह रहे हैं उन्हें देश से बाहर जाना ही चाहिए। राममंदिर के मुद्दे पर शाहनवाज हुसैन ने कहा कि अब तारीख पर तारीख नहीं बल्कि रोजाना सुनवाई होगी। देश के 130 करोड़ राममंदिर मुद्दे का शांतिपूर्ण समाधान चाहते हैं और उम्मीद है कि जब माननीय अदालत का फैसला आएगा तो देश में खुशी और जश्न का माहौल रहेगा।