नई दिल्ली : तीनों नए कृषि कानूनों के विरोध में किसानों और विपक्षी दलों की ओर से हो रहे हमलों तथा प्रदर्शन के बीच एनडीए के सहयोगी दलों के बागी तेवर बने हुए हैं, एक ओर जहां बीजेपी किसानों को समझाने में जुटी है.
तो वहीं राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के नेता हनुमान बेनीवाल ने किसान आंदोलन के बीच कहा कि शिवसेना और अकाली दल पहले ही एनडीए छोड़ चुके हैं और आरएलपी ने भी एनडीए छोड़ने का मन बना लिया है.
हनुमान बेनीवाल ने आज एनडीए छोड़ने का ऐलान कर दिया, उन्होंने कहा, ‘मैं एनडीए छोड़ने का ऐलान करता हूं, मैंने तीन कृषि कानूनों के विरोध में एनडीए छोड़ दिया है.
ये भी पढ़ें : BCCI की AGM से पहले बड़ा फैसला, जनरल मैनेजर केवीपी राव को बोर्ड छोड़ने के लिए कहा
ये कानून किसान विरोधी हैं, मैंने एनडीए छोड़ दिया है लेकिन कांग्रेस के साथ गठबंधन नहीं करूंगा,’ आरएलपी से पहले कृषि कानूनों के विरोध में अकाली दल भी एनडीए छोड़ चुकी है.
इससे पहले बेनीवाल ने कहा कि मोदी सरकार के पास 303 सांसद हैं जिस वजह से वह कृषि कानूनों को वापस नहीं ले रही है, 1,200 किलोमीटर दूर राजस्थान के किसान दिल्ली की तरफ कूच कर रहे हैं.
एनडीए में बने रहने के बारे में उन्होंने कहा कि हरियाणा बॉर्डर के शाहजहांपुर में बैठक के बाद एनडीए में रहने या छोड़ने पर फैसला लिया जाएगा.
बीजेपी कृषि कानूनों के मुद्दे पर किसानों को समझाने में जुटी है, तो वहीं दूसरी ओर उसके ही सहयोगी दलों ने इन कानूनों के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है, पिछले दिनों शिरोमणी अकाली दल के बाद अब एनडीए के सहयोगी हनुमान बेनीवाल ने ऐलान किया था.
किसान आंदोलन के समर्थन में 26 दिसंबर को उनकी पार्टी 2 लाख किसानों को लेकर राजस्थान से दिल्ली मार्च करेगी, उन्होंने यह भी कहा कि उसी दिन यह भी फैसला लिया जाएगा कि अब एनडीए में रहना है या नहीं.
ये भी पढ़ें : आधे चुनावी वादे 2 साल में ही पूरे किए, कोविड-19 की चुनौती को अवसर में बदला : CM गहलोत
हनुमान बेनीवाल पहले ही किसान आंदोलन के समर्थन में संसद की तीन समितियों की सदस्यता से इस्तीफा दे चुके हैं, बेनीवाल ने संसद की उद्योग संबंधी स्थायी समिति, याचिका समिति तथा पेट्रोलियम व गैस मंत्रालय की परामर्श समिति से इस्तीफा दिया, शिरोमणि अकाली दल पहले ही इन कानूनों के विरोध में एनडीए छोड़ चुकी है.
इस बीच हनुमान बेनीवाल आज सैकड़ों की संख्या में किसानों के साथ कोटपुतली पहुंचे, उन्होंने दो लाख किसानों के साथ दिल्ली कूच करने का आह्वान किया था,.
बेनीवाल जयपुर, जोधपुर, कोटपुतली, अलवर, नागौर, जैसलमेर, जोधपुर समेत राजस्थान के कई जिलों से सैकड़ों की संख्या में किसानों के साथ इकट्ठे हुए किसानों के साथ हरियाणा बॉर्डर के शाहजहांपुर की तरफ बढ़ रहे हैं.