लोकसभा चुनाव से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ एकजुटता और विपक्षी ताकत दिखाने के लिए आज कोलकाता में महारैली हुई जिसमें करीब 22 पार्टियों के नेताओं ने शिरकत की। इस महारैली के जरिये विपक्ष ने मोदी सरकार के खिलाफ एकजुट होने की हुंकार तो भर दी लेकिन ये सामने नहीं आया कि बीजेपी के खिलाफ महागठबंधन के तरफ से प्रधानमंत्री मोदी को चुनौती देने के लिए पीएम उम्मीदवार को उतारा जाएगा।इस महारैली का आयोजन पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा किया गया था। जिसमें 22 विपक्षी पार्टियों के 44 नेताओं ने शिरकत की। विपक्षी दलों की एकजुटता को देखकर भारतीय जनता पार्टी चिंता में आ गई है।
इसी के चलते बीजेपी नेताओं द्वारा विपक्षी दलों पर तरह तरह के आरोप लगाए जा रहे हैं। खबर सामने आई है कि बीजेपी ने ममता सरकार पर ये आरोप लगाया है कि उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह के हेलीकाप्टर को मालदा में उतरने की इजाजत नहीं दी।

अमित शाह
इस मामले में केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने पश्चिम बंगाल सरकार पर निशाना साधते हुए दावा किया है कि वह अमित शाह के हर कार्यक्रम को रोकने की कोशिश कर रही है चाहे वह रैली हो, यात्रा हो या फिर उनके(शाह के) हेलीकॉप्टर को उतरने की इजाजत देना हो। ऐसा लगता है कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री राज्य में बीजेपी के बढ़ते प्रभाव से भयभीत हैं।

इस मामले में पलटवार करते हुए तृणमूल कांग्रेस नेता डेरेक ओ ब्रायन ने कहा कि आरोप मजेदार हैं। तृणमूल कांग्रेस सांसद ने सिलसिलेवार ट्वीट में कहा कि उन्होंने अपने इंटर्न से गोयल के बयान में मौजूद तथ्य की जांच करने कहा। बनर्जी ने भी संवाददताओं से कोलकाता में कहा कि शाह की सभाओं के लिए उन्हें हर इजाजत दी गई थी। उन्होंने कहा है कि पिछले शनिवार को कोलकाता में हुई विपक्ष की रैली को भारी सफलता मिलने के बाद भाजपा झूठ फैला रही है।