नई दिल्ली: भारतीय मुक्केबाज अमित पंघल ने वर्ल्ड बॉक्सिंग चैम्पियशिप के फाइनल मुकाबले में भी हारकर इतिहास रच दिया है। वह 48-52 किलोग्राम वर्ग में सिल्वर मेडल जीतने वाले पहले भारतीय मुक्केबाज बन गए हैं। उन्हें कजाखिस्तान के मुक्केबाज शाखोबिदिन जोईरोव के हाथों 5-0 से हार का सामना करना पड़ा, लेकिन बावजूद इसके पंघल देश का नाम राैशन कर गए।
अमित जिस फॉर्म में थे उससे उम्मीद थी कि वह भारत को इस टूर्नामेंट में पहला स्वर्ण दिलाएंगे, लेकिन जोइरोव ने अपने बेहतरीन खेल से अमित को मात दी। अमित हालांकि पीछे नहीं रहे। उन्होंने उज्बेकिस्तान के खिलाड़ी का जमकर सामना किया। उन्होंने शुरुआत उसी तरह की जिस तरह वो अमूमन करते हैं। डिफेंसिव होकर वह अपने विपक्षी को समझना चाह रहे थे। शुरुआती मिनट उन्होंने इसी तरह निकाले। जोइरोव भी अमित की गलती का इंतजार कर रहे थे।
भारतीय मुक्केबाज पहले राउंड में डिफेंसिव अंदाज में खेलते नजर आए। दूसरे राउंड में उन्होंने मौके बनाने शुरू किए और थोड़ा आक्रामक हुए। तीसरे और अंतिम राउंड में जोइरोव ने कुछ अच्छे पंच जड़े। लेकिन जजों का फैसला आखिरी में सर्वसम्मति से जोइरोव के पक्ष में गया और वह स्वर्ण पदक जीतने में कामयाब रहे। भारत ने इससे पहले वर्ल्ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप में ब्रॉन्ज मेडल ही जीता था। मनीष कौशिक ने इसी बार 63 किग्रा भार वर्ग में कांस्य पदक जीता। इसके अलावा विजेंदर सिंह ने 2009, विकास कृष्ण ने 2011, शिव थापा ने 2015 और गौरव बिधुड़ी ने 2017 में वर्ल्ड चैंपियनशिप में ब्रॉन्ज मेडल जीते थे। इस तरह अमित पंघल इस बार फाइनल मुकाबला हारने के बावजूद पदक का रंग बदलने में कामयाब रहे। अमित और मनीष ने भारत के लिए अपने अपने भार वर्ग में ओलंपिक कोटा भी हासिल कर लिया है।