अमरीका के मध्यावधि चुनाव में दो मुस्लिम महिलाओं ने पहली बार कांग्रेस में अपनी जगह बनाकर नया इतिहास रच दिया है। डेमोक्रेटिक पार्टी की उम्मीदवार राशिदा तालिब और इल्हान उमर यूएस कांग्रेस के लिए चुनी गईं है। राशिदा तालिब ने मिशिगन से बाज़ी मारी है जबकि इल्हान उमर ने मिनेसोटा से जीत का परचम लहराया है। इससे पहले डेमोक्रेटिक पार्टी की उम्मीदवार राशिदा ने मिशिगन में जूनियर्स जॉन कान्यर्स को शिकस्त देकर अपनी दावेदारी पेश की थी।
42 वर्षीय राशिदा तालिब मूल रुप से फिलिस्तीन की हैं। जबकि इल्हान मूल रूप से सोमालिया हैं। इल्हान उमर के परिवार ने 1991 में सोमिलाया छोड़ दिया था। इसके बाद करीब चार साल तक इस परिवार ने केन्या में शरणार्थी शिविर में बिताया और फिर वो अमेरिका आ गए। दोनों ही महिलाएं इजरायल फिलिस्तीन विवाद पर अपनी बेबाक राय रखने के लिए हमेशा सुर्खियों में रही हैं। राशिदा तालिब अमेरिका को राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की आलोचना करने के लिए भी जाना जाता है।
दो साल पहले ट्रंप के भाषण में खलल डालने की कोशिशों के चलते उन्हें गिरफ्तार भी किया गया था। इन दोनों मुस्लिम महिलाओं का अमरीकी संसद में जगह बनाना इसलिए भी अहम है, क्योंकि बीते कुछ वक्त में राष्ट्रपति ट्रंप की नीतियां प्रवासियों और शरणार्थियों के ख़िलाफ़ रही हैं। ऐसे में दो शरणार्थी मुस्लिम महिलाओं का अमरीकी कांग्रेस में जगह बनाना काफ़ी अहम है। हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव्स के लिए क़रीब 89 महिलाएं चुनी गई हैं। मौजूदा रिकॉर्ड 84 महिलाओं का था। अभी काफी सीटों पर नतीजे आने बाकी हैं।
अमरीका में हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव्स और सीनेट यानी कांग्रेस के लिए हुए चुनाव के नतीजों का ट्रंप के कार्यकाल के बाक़ी के दो साल और आगे की राजनीति पर गहर असर पड़ेगा।ये पहली बार है जब पूरी दुनिया की नज़र अमरीका के इस मध्यावधि चुनाव पर है। कहा जा रहा है कि अमरीका के इस चुनाव में पिछले 50 सालों में सबसे ज़्यादा मतदान हुए हैं।