नई दिल्ली : कुछ दिनों पहले वसीम रिज़वी ने सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दायर की (भगवान ना करे) पवित्र कुरान से 26 आयतों को हटाने की मांग की और दुनिया भर के मुसलमानों के खिलाफ अपनी अशुद्धता और नकारात्मक मानसिकता दिखाई, जिससे मुसलमानों में बहुत नाराजगी है।
और इस अतिवाद और भरम फेलाने वाले के खिलाफ भारत के विभिन्न प्रांतों और शहरों में लगातार आवाजें उठ रही हैं, और लोग भारत सरकार से मांग कर रहे हैं कि इस तरह के मरदुद को तुरंत गिरफ्तार किया जाए और इस तरह की नफरत फैलाने वालों के खिलाफ मुकदमा चलाया जाए।
ऑल इंडिया मिल्ली काउंसिल जिला सहारनपुर ने जिला मजिस्ट्रेट अखिलेश सिंह के माध्यम से, भारतीय राष्ट्रपति को एक ज्ञापन सौंपा जिसमें कहा गया कि वसीम रिज़वी के बयान और रवैये ने सभी मुसलमानों को नाराज़ किया है। जिसकी हर स्तर पर निंदा होनी चाहिए। वसीम रिज़वी का बयान और उनकी सुप्रीम कोर्ट में पवित्र कुरान की आयतों को लेकर अरजी मुसलमानों के प्रति एक गहरी घृणा को दर्शाता है जो देश में स्थिति को गंभीर रूप से खतरे में डाल सकती है और देश में कानून और व्यवस्था बनाए रखने के लिए बाधा बन सकती है
,ज्ञापन में 1984 में कलकत्ता उच्च न्यायालय में दायर एक ऐसी ही याचिका का भी हवाला दिया गया जिसमें उच्च न्यायालय ने वादी को फटकार लगाई थी और यह कहते हुए उसे खारिज कर दिया था कि मामले का नोटिस लेना संविधान के प्रावधानों के खिलाफ है। इस मामले को अदालत में पेश करके।
वादी ने अपराध किया है।
ज्ञापन में स्पष्ट रूप से वसीम रिजवी की गिरफ्तारी का आह्वान किया गया है और यह उजागर किया गया है कि क्या इस तरह की सोच के पीछे कोई लोग हैं। अगर है तो उन्हें गिरफ्तार किया जाए।
इस दौरान, विद्वानों और बुद्धिजीवियों ने अपने विचार व्यक्त किए। मौलाना डॉ। अब्दुल मालिक मूगीसी जिला अध्यक्ष ऑल इंडिया मिल्ली काउंसिल सहारनपुर, ने कहा कि अगर हम चाहते हैं कि एक अच्छा समाज बने और सभी धर्मों के लोग इसे ठीक करने के लिए मिलकर काम करें, तो हम इस तरह के आदमी के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए।
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हमें नफरत और पूर्वाग्रह को बढ़ावा देने वालों का कड़ा विरोध करना चाहिए। हर युग में, कुछ लोग खुदा के इस महान कलाम पर उंगलियां उठाकर अपमानित हुये हैं उसी लिस्ट में वसीम रिजवी का भी नाम है। ये आदमी इस्लाम खिलाफ
झूठ फैलाने का आदी है इसलिए, हम सरकार से मांग करते हैं कि ऐसे व्यक्ति को तुरंत गिरफ्तार किया जाए, और हमें भरोसा है कि अदालत इस तरह की याचिका पर विचार नहीं करेगी।
मौलाना इज़हार हैदर ज़ैदी इमाम जुमा और खुतबा जामा मस्जिद शिया ने अपनी राय व्यक्त करते हुए कहा कि बेशक वसीम रिज़वी की कार्रवाई भारत सहित पूरी दुनिया में मुसलमानों के दिलों को चोट पहुँचाने जैसी है और हमारे समाज में घृणास्पद भाषण इसतेमाल करने वालों के लिये कोई जगह नहीं है। लेकिन ये चीजें देश के सांप्रदायिक सद्भाव को प्रभावित करती हैं और देश में शांति और भाईचारे के लिए एक बाधा बन जाती हैं
इस मौके पर ये ऑल इंडिया मिल्ली काउंसिल सहारनपुर के साथ ये लोग मौजूद रहें।
शिया धर्मगुरुओं में मौलाना जफर अब्बास नकवी, मौलाना इजहार हैदर जैदी, साबिर अली खान, शहर अध्यक्ष -मिल्ली काउंसिल सहारनपुर, मंजर हुसैन काजमी एडवोकेट, सईद हसन, मौलाना हारिस, मुहम्मद शिबली और राष्ट्रीय संयुक्त अधिवक्ता मंच के वकील लोगों मे से कुमारी नाहिद खानम एडवोकेट, नाज़िया पारसी, नाज़िया पारसी, नाज़िर खान साबरी, एडवोकेट मंजर मेहदी, एडवोकेट इसरार अहमद, एडवोकेट सतिंदर गौतम एडवोकेट, अश्विनी कुमार एडवोकेट, शेख परवेज एडवोकेट मुहम्मद शराफत खान एडवोकेट नासिर हैदर जैदी एडवोकेट शाह जमान एडवोकेट नवाब इम्तियाज कुरैशी मौजूद थे।