नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव 2019 को लेकर कांग्रेस पार्टी से आम आदमी पार्टी ने तैयारी तेज कर दी है। दिल्ली की 7 लोकसभा सीटों में से पार्टी ने 6 सीटों पर उम्मीदवारों के नाम का ऐलान भी कर दिया है। इस बीच आम आदमी पार्टी की नेता और चांदनी चौक से विधायक अलका लांबा को लेकर अटकलें लगाई जा रही हैं कि वो पार्टी छोड़ सकती हैं। इस बात की चर्चा तब शुरू हुई जब अलका लांबा ने खुद ही एक ट्वीट करके इस ओर इशारा किया। उन्होंने कहा है कि अगर कांग्रेस पार्टी चाहेगी तो उन्हें आम आदमी पार्टी का साथ छोड़ने में कोई दिक्कत नहीं होगी।
कांग्रेस में शामिल होने के सवाल पर एएनआई से बात करते हुए AAP विधायक अलका लांबा ने कहा, “मेरे पास अभी तक कांग्रेस से ऐसा कोई प्रस्ताव नहीं आया है, लेकिन मेरे लिए यह सम्मान की बात होगी, अगर ऐसा कोई प्रस्ताव आता है, क्योंकि मैंने पार्टी को 20 साल दिए थे। इस मामले पर आखिरी फैसला कांग्रेस पार्टी ही करेगी, क्योंकि एक बिन बुलाए मेहमान का कहीं भी स्वागत नहीं किया जाता है।”
इससे पहले आम आदमी पार्टी की विधायक अलका लांबा ने शुक्रवार को एक ट्वीट किया। इस ट्वीट में उन्होंने कहा, “5 साल पहले दिल्ली में BJP को हराने के लिये मैंने कांग्रेस का 20 साल पुराना साथ छोड़ा, BJP हारी। आज जब देश में BJP को हराने की बारी आई है तो 5 साल का साथ छोड़ना गलत कैसे?? आज देख कर ख़ुशी हो रही है कि आप और मैं दोनों कांग्रेस के हाथ मजबूत करते हुए BJP को हारता हुआ देखना चाहते हैं।”
दिल्ली के चांदनी चौक से आम आदमी पार्टी की विधायक अलका लांबा ने साफ संकेत दिए हैं कि उन्हें कांग्रेस पार्टी ज्वाइन करने में कोई परेशानी नहीं है। बता दें कि अलका 1995 में दिल्ली यूनिवर्सिटी स्टूडेंट यूनियन की अध्यक्ष बनने के बाद चर्चा में आई थीं। दो साल बाद उन्हें कांग्रेस के छात्र संगठन एनएसयूआई का राष्ट्रीय अध्यक्ष बना दिया गया था। वो महिला कांग्रेस, दिल्ली कांग्रेस और अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी में कई प्रमुख पदों पर रहीं थीं। हालांकि अलका लांबा ने साल 2013 में आम आदमी पार्टी ज्वाइन कर लिया था, हालांकि पिछले कुछ समय से वो पार्टी से नाराज चल रही हैं।