बिहार में खाता खोलने के बाद असदुद्दीन ओवैसी ने अब झारखंड में दस्तक दी है। झारखंड में मुसलमानों की आबादी करीब 15 फीसदी है। इस बात को ध्यान में रख कर ओवैसी ने अब झारखंड का रुख किया है। मुस्लिम हितों की राजनीति करने वाले ओवैसी ने अपनी पार्टी एआइएमआइएम को महाराष्ट्र और बिहार तक पहुंचा दिया है। अब झारखंड में पांव जमाने की कोशिश में हैं। ओवैसी ने झारखंड के मुस्लिम बहुत सात विधानसभा सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं। ओवैसी की पार्टी पहली बार झारखंड में चुनाव लड़ रही है।
अभी तक झारखंड में मुस्लिम वोट झामुमो, झाविमो, कांग्रेस और राजद के बीच बंटते रहे हैं। ओवैसी इन मतों का बिखराव रोकना चाहते हैं। उन्होंने खुद को मुसलमानों का सच्चा हितैषी बता कर अल्पसंख्यक वोटों के ध्रुवीकरण की कोशिश तेज कर दी है। ओवैसी ने रांची में 25 सितम्बर को एक सभा की थी और उसमें ही एलान किया था कि उनकी पार्टी झारखंड विधानसभा का चुनाव लड़ेंगी। ओवैसी की पार्टी के खड़ा होने से महागठबंधन के चुनावी समीकरण पर असर पड़ने की संभावना है।
#AbBarabariKiBaatHogi https://t.co/Ilpi4JH7IS
— AIMIM (@aimim_national) November 15, 2019
असदुद्दीन ओवैसी की अगुवाई में AIMIM झारखंड चुनावों की तैयारियों में जुट गई है। AIMIM ने ट्विटर के जरिए ओवैसी का एक वीडियो पोस्ट किया है, जिसके साथ पार्टी #AbBarabariKiBaatHogi का इस्तेमाल कर रही है। इस वीडियो में ओवैसी एक भाषण के दौरान ऐलान कर रहे हैं कि अब बराबरी की बात होगी। इस हैशटैग का इस्तेमाल AIMIM और ओवैसी झारखंड चुनावों से जुड़े पोस्ट के लिए कर रहे हैं।
बता दें कि झारखंड में पहले चरण का मतदान 30 नवंबर, दूसरे चरण का मतदान 7 दिसंबर, तीसरे चरण का मतदान 12 दिसंबर, चौथे चरण का मतदान 16 दिसंबर और पांचवें चरण का मतदान 20 दिसंबर को होगा। चुनावों के नतीजे 23 दिसंबर को आएंगे।