नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव अब करीब आ चुका है और चुनाव से पश्चात् ये अटकलें लगाई जा रही थीं कि रॉबर्ट वाड्रा राजनीति में कदम रखेंगे। मनी लॉन्ड्रिंग मामले में प्रवर्तन निदेशालय की जांच का सामना कर रहे रॉबर्ट वाड्रा ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। रॉबर्ट वाड्रा ने कहा कि जिन्होंने देश को लूटा और भाग गए उन लोगों का क्या। वाड्रा ने कहा कि वे हमेशा भारत में ही रहेंगे।
राजनीति में आने के सवाल पर राबर्ट वाड्रा ने बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि जब तक वो अपने ऊपर लगे आरोपों से मुक्त नहीं हो जाते हैं तब तक न तो वो इस देश को छोड़ेंगे और ना ही सक्रिय राजनीति में आएंगे।
इसके पहले भी राजनीति में आने के सवाल पर वाड्रा ने बयान दिया था। रॉबर्ट वाड्रा ने राजनीति में अपनी एंट्री को खारिज तो नहीं किया था लेकिन उन्होंने कोई ऐलान नहीं किया था। उन्होंने ये कहा था कि आने वाले वक्त में इस पर फैसला करेंगे। रॉबर्ट वाड्रा ने कहा था, राजनीति में आने को लेकर उनको कोई हड़बड़ी नहीं हैं, समय आने पर इसको लेकर फैसला किया जाएगा। उन्होंने कहा कि भविष्य में इस दिशा में काम करेंगे।
दिल्ली के पटियाला हाउस कोर्ट ने मनी लॉन्ड्रिंग के केस में रॉबर्ट वाड्रा की अंतरिम जमानत को 19 मार्च तक बढ़ा दिया था। रॉबर्ट वाड्रा ने कोर्ट में अर्जी देकर अंतरिम जमानत की तारीख और बढ़ाने की मांग की थी। वाड्रा पर देश से बाहर बेनामी संपत्ति रखने का आरोप है। राजस्थान और हरियाणा में जमीन के कई सौदों को लेकर भी रॉबर्ट वाड्रा आरोपों में घिरे रहे हैं। इससे पहले, दिल्ली और जयपुर में कई मौकों पर वो ईडी के सामने जांच के लिए पेश हो चुके हैं।
इसके पहले, प्रवर्तन निदेशालय ने वाड्रा के खिलाफ कार्रवाई की थी। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने रॉबर्ट वाड्रा की कंपनी की 4.62 करोड़ की संपत्ति जब्त की थी। बीकानेर के जमीन घोटाला मामले में ये कार्रवाई हुई थी। ये संपत्तियां वाड्रा की कंपनी स्काईलाइट हॉस्पिटिलिटी प्राइवेट लिमिटेड की हैं। राजस्थान के बीकानेर जमीन सौदा मामले में ईडी लगातार रॉबर्ट वाड्रा से पूछताछ कर रही है।
मालूम हो कि कांग्रेस पार्टी की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी ने खुद अपने पति रॉबर्ट वाड्रा को ईडी पर छोड़कर आईं थीं।