पांच दिन से ‘बहुत खराब’ बनी हुई लखनऊ की हवा अब ‘खतरनाक’ हो रही है। शहर का वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) बढ़कर 400 के नजदीक पहुंच गया है। शुक्रवार को तालकटोरा का एक्यूआई जहां 399 रिकॉर्ड किया गया, वहीं लालबाग में यह 392 दर्ज हुआ। वहीं, स्मॉग ने सांस लेना भी मुश्किल कर दिया है।
लखनऊ में प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ता जा रहा है। वर्ष 2018 में दिवाली के दिन यहां सबसे ज्यादा प्रदूषण था। वहीं इस बार दिवाली के दिन प्रदूषण कम रहा लेकिन दिवाली के बाद बढ़ता जा रहा है। वैज्ञानिक इसकी वजह मौसम को बता रहे हैं। केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने बुधवार को एयर क्वालिटी इंडेक्स की सूची जारी की।
इसमें देश के 99 शहर शामिल हैं। 13 शहर ऐसे हैं जिनमें प्रदूषण काफी बढ़ गया है। यहां पीएम 2.5 की मात्रा 404 के पार हो गयी है। वैज्ञानिकों ने एक दो दिनों में प्रदूषण के और बढ़ने की आशंका जतायी है।
देश के टाप 10 प्रदूषित शहरों में यूपी के आठ
देश के सबसे ज्यादा प्रदूषित टाप 10 शहरों में अकेले यूपी के आठ शहर शामिल हैं। यूपी का गाजियाबाद नम्बर एक पर है। यहां पीएम 2.5 की मात्रा सबसे ज्यादा 478 माइक्रो ग्राम प्रतिघन मीटर मिली है।
लखनऊ की हवा हुई ‘लाल’
क्षेत्र एक्यूआई
तालकटोरा 399
अलीगंज 384
लालबाग 392
गोमतीनगर 346
इस तरह बढ़ा वायु प्रदूषण
तारीख एक्यूआई
27 अक्तूबर 186 पीला
28 अक्तूबर 305 लाल
29 अक्तूबर 314 लाल
30 अक्तूबर 326 लाल
31 अक्तूबर 352 लाल
1 नवंबर 382 लाल