नई दिल्ली: विश्वकप के आखिरी लीग मैच में जीता दक्षिण अफ्रीका, लेकिन किस्मत बदल गयी भारत की। आस्ट्रेलिया का हरा कर दक्षिण अफ्रीका ने जीत के साथ विदाई ली । जाते-जाते उसने भारत की झोली भर दी। सेमीफाइनल में भारत अब मजबूत इंग्लैंड की चुनौती से बच गया। भारत उस न्यूजीलैंड से टकराएगा जो पिछले तीन मुकाबले हार चुका है।
दक्षिण अफ्रीका के कप्तान फॉफ डुप्लेसी ने भारत को दिये अपने तोहफे पर कहा, आस्ट्रेलिया के खिलाफ मिली जीत से न केवल हम खुश हैं बल्कि भारत भी बहुत खुश है। डुप्लेसी का भारत से गहरा लगाव है। वे महेन्द्र सिंह धोनी की टीम चेन्नई सुपर किंग्स के भरोसेमंद बल्लेबाज हैं। डुप्लेसी ने भारत की चिंताओं के देखते हुए जैसे यह कहा कि चिल करो इंडिया, तुम्हारा सेमीफाइनल आसान कर दिया।
2019 के विश्वकप में दक्षिण अफ्रीका का प्रदर्शन बहुत निराशाजनक चल रहा था। टीम के कप्तान फॉफ डुप्लेसी लगातार हार से परेशान थे। आस्ट्रेलिया के खिलाफ आखिरी लीग मैच खेलना था। मैच से एक रात पहले डुप्लेसी यही सोचते रहे कि अगर किसी तरह आस्ट्रेलिया को हरा दें तो कम से कम इस प्रतियोगिता से सम्मानजनक विदाई हो सकती है। इस जीत से निराश टीम को एक नयी ऊर्जा मिल सकती है।
कप्तान होने के नाते उन्होंने तय किया कि वे ही आगे बढ़ कर आक्रमण की कमान संभालेंगे। चूंकि डुप्लेसी के पास खोने के कुछ बचा नहीं था, इस लिए जीत की जिद और बढ़ गयी। नतीजा चाहे जो हो, डुप्लेसी ने शुरू से ही आक्रमण की नीति बनायी। उन्होंने खूब सोच विचार किया कि वे आस्ट्रेलिया के खिलाफ कैसे और किस तरह बढ़िया खेल सकते हैं।
डुप्लेसी एक नये इरादे के साथ मैदान पर उतरे। 94 गेंदों पर शतक लगाया। वान डेन डुसेन ने 65 रनों के साथ उनका अच्छा साथ दिया। आस्ट्रेलियाई गेंदबाजों की पिटाई का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि स्टार्क जैसे गेंदबाज को 9 ओवरों में 59 रन लुटाने पड़े। फिर दक्षिण अफ्रीकी गेंदबाजों ने कमाल दिखा कर 10 रनों से ये मैच जीत लिया।