काबुल: अफगानिस्तान में उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के कार्यालय को निशाना बनाकर रविवार को हुए एक आतंकी हमले में दो लोगों की मौत हो गई, जबकि 13 घायल हुए हैं। यह हिंसा उसी दिन हुई, जब सितंबर में होने वाले राष्ट्रपति चुनावों के लिए प्रचार अभियान शुरू हुआ है। पूर्व में भी चुनावों के दौरान हिंसा और रक्तपात हो चुका है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुाताबिक गृह मंत्रालय के प्रवक्ता नसरत रहीमी ने कहा कि लगभग पांच बचे के ग्रीन ट्रेंड कार्यालय के पास एक बम धमाका हुआ, इसके बाद कई हमलावर कार्यालय में घुस गए। बम ब्लास्ट में अफगानिस्तान ग्रीन ट्रेंड के एक कार्यालय को निशाना बनाया गया जो राष्ट्रीय सुरक्षा निदेशालय के पूर्व प्रमुख और उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार अमरुल्लाह सालेह द्वारा चलाया गया एक राजनीतिक आंदोलन था।
उन्होंने कहा, ‘सुरक्षा बलों ने इलाके को घेर लिया है। सुरक्षा बल जितनी जल्दी हो सके हमलावरों को मारना चाहते हैं।’ किसी भी समूह ने हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है। रहीमी ने कहा कि सालेह इस हमले में घायल नहीं हुए हैं। सालेह पूर्व में देश की खुफिया एजेंसी के प्रमुख के पद पर रह चुके हैं। एक प्रत्यक्षदर्शी एजाज मलिकजादा ने कहा कि उसने तीन धमाकों की आवाज सुनी।
काबुल कार बम ब्लास्ट के बाद अफगानिस्तान ग्रीन ट्रेंड के कार्यालय से राष्ट्रीय सुरक्षा निदेशालय के पूर्व प्रमुख अमरुल्लाह सालेह को सुरक्षित निकाला गया। सुरक्षाबलों ने इलाके के घेर को लिया है। बता दें कि तालिबान के साथ शांति वार्ता के लिए अमेरिका के नेतृत्व वाले प्रयासों के बावजूद अफगानिस्तान में हाल ही दिनों में आतंकी घटनाओं में इजाफा देखने को मिल रहा है।
बता दें कि, अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में चुनाव से पहले बृहस्पतिवार को हुए 3 धमाकों में 10 लोगों की मौत हो गई। मृतकों में 5 महिलाएं और एक बच्चा भी शामिल हैं। इन हमलों की जिम्मेदारी तालिबान ने ली है। विद्रोहियों का देश के लगभग आधे इलाके पर कब्जा है और वे लगभग रोजाना सुरक्षा बलों को निशाना बनाकर हमले करते हैं।