नई दिल्ली : सौरभ भारद्वाज ने कहा कि भाजपा दिल्ली के प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता वर्तमान में डीडीए के सदस्य भी हैं, लेकिन उन्होंने भाजपा शासित एमसीडी का बकाया दो हजार करोड़ रुपए केंद्र सरकार के अधीन आने वाले डीडीए से लाने की कोशिश नहीं की।
उन्होंने कहा कि हमें पता चला है कि भाजपा की केंद्र सरकार के अधीन आने वाले डीडीए पर भाजपा शासित नार्थ एमसीडी और साउथ डीएमसी का दो हजार करोड़ रुपए से अधिक बकाया है।
आम आदमी पार्टी ने ईस्ट एमसीडी से भी डीडीए पर बकाया राशि की जानकारी मांगी है, लेकिन ईस्ट एमडीसी ने अभी तक जानकारी नहीं दी है।
सौरभ भारद्वाज ने कहा कि आम आदमी पार्टी, दिल्ली भाजपा अध्यक्ष और डीडीए के सदस्य आदेश गुप्ता से जानना चाहती है कि उन्होंने अभी तक एमसीडी का बकाया 2 हजार करोड रुपए डीडीए से लाने की कोशिश क्यों नहीं की?
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सौरभ भारद्वाज ने पार्टी मुख्यालय में शनिवार को प्रेसवार्ता को संबोधित किया। सौरभ भारद्वाज ने कहा कि आदेश गुप्ता जब से भाजपा दिल्ली के अध्यक्ष बने हैं, तभी से उनके पास एक ही लाइन है कि अरविंद केजरीवाल हमें हजारों करोड रुपए दे दीजिए।
हम लोगों का मानना है कि दिल्ली नगर निगम में अब भाजपा के पास चुनाव लड़ने के लिए कोई मुद्दा नहीं बचा है। लिहाजा उन्होंने 2 तरीके से काम करना शुरू किया है। पहला, जहां-जहां से दिल्ली नगर निगम को पैसा आता है, ऐसे राजस्व के स्रोतों से जानबूझकर पैसा लेना बंद कर दिया है।
संपत्ति टेक्स से लेकर विज्ञापन, टोल टैक्स आदि से एमसीडी के खाते में जो भी पैसा आना चाहिए, वह खाते में न आकर अफसर और नेताओं की जेब में जा रहा है। इसके हमने कई सारे उदाहरण पिछले महीनों मीडिया के माध्यम से जनता के सामने पेश किए हैं।
संपत्ति टैक्स के मामले हों, बाहरी विज्ञापन के मामले हों, पार्किंग के मामले हों, सभी जगह से पैसा अधिकारी और नेताओं की जेब में जा रहा है। दिल्ली नगर निगम के खातों में पैसा आना बंद हो गया है।
सौरभ भारद्वाज ने कहा कि उसी श्रृंखला के तहत एम दिलचस्प दस्तावेज हमने हासिल किए हैं। भाजपा के दिल्ली अध्यक्ष आदेश गुप्ता रोजाना सुबह उठकर कहते हैं कि केजरीवाल जी हमें इतना पैसा दे दीजिए। वह डीडीए के अंदर सदस्य बने हैं।
वैसे भी डीडीए केंद्र सरकार की भाजपा के अधीन है। उत्तरी एमसीडी के हमारे नेता प्रतिपक्ष ने सवाल पूछा था कि उत्तरी नगर निगम को डीडीए से अलग-अलग मदों में कितनी राशि लेनी है।
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उन्होंने 2020 तक के आंकड़े तो नहीं बताए, लेकिन 31 मार्च 2018 तक 857 करोड रुपए डीडीए से नार्थ एमसीडी को लेने हैं। उसी अनुपात में 2021 में इसे देखेंगे तो करीब-करीब 1200 करोड रुपए बनते हैं।
उन्होंने कहा कि इसी तरीके से दक्षिणी दिल्ली नगर निगम में नेता प्रतिपक्ष प्रेम चौहान ने सवाल पूछा कि डीडीए के पास दक्षिणी दिल्ली नगर निगम का कितना पैसा है। दक्षिणी दिल्ली नगर निगम ने कहा कि जोन से अभी जानकारी उपलब्ध नहीं हुई है।
मगर मुख्यालय को डीडीए से 535 करोड रुपए लेने हैं। दक्षिणी दिल्ली के अगर जोन को भी मिला लें तो दक्षिणी दिल्ली नगर निगम और उत्तरी नगर निगम को डीडीए से करीब 2000 करोड रुपए लेना है। पूर्वी दिल्ली नगर निगम से अभी जानकारी नहीं आई है। वह जानकारी नहीं दे रहे हैं।
सौरभ भारद्वाज ने कहा कि भाजपा के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता को नसीहत और सुझाव है कि आप रोज कटोरा लेकर पैसे मांगने निकलते हैं। आप खुद डीडीए के सदस्य हैं। आप बताइए कि आपने डीडीए में अब तक इस पैसे को वापस लाने की कितनी कोशिश की है।
केंद्र सरकार की भाजपा के अधीन डीडीए आता है। आप दिल्ली के लोगों को जानकारी दीजिए कि क्यों आपने अभी तक डीडीए से यह 2000 करोड रुपए लेने की कोशिश नहीं की है।