वुहान: चीन के दौरे पर गए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ वुहान की पूर्वी झील के किनारे सैर की। इस दौरान दोनों देशों के शीर्ष नेताओं ने झील के किनारे चाय की चुस्की ली।
इसके बाद उन्होंने डबल डेकर हाउस बोट में बैठकर दोनों देशों से जुड़े मुद्दों पर चर्चा की। प्रधानमंत्री मोदी 27 अप्रैल को चीन के दो दिवसीय अनौपचारिक दौरे पर गए हैं। जिसमें दोनों नेताओं के बीच न कोई घोषणा और न ही कोई सांझा प्रेस कांफ्रेंस हुई और ना ही किसी समझौते पर हस्ताक्षर किए गए।
अब खबर आई है कि प्रधानमंत्री शनिवार दोपहर अपना दौरा पूरा कर भारत रवाना हो गए हैं। इससे पहले मोदी-जिनपिंग ने साथ में लंच किया जिसमें विशेष रूप से मोदी की पसंद का खाना बनाया गया था। साथ ही लंच का मेन्यू कार्ड भी विशेष रूप से तैयार किया गया था जिसमें ऊपर और नीचे तिरंगे के दो रंग थे साथ ही बीच में नीले रंग से भारत का राष्ट्रीय पक्षी मोर बना हुआ था।
प्रधानमंत्री मोदी ने 2019 में इसी तरह की अनौपचारिक मुलाकात भारत में करने की इच्छा जताई है, इसके साथ चार बार चीन के दौरे पर जाने वाले नरेंद्र मोदी पहले भारतीय प्रधानमंत्री हैं। उनसे पहले मनमोहन सिंह तीन बार चीन जा चुके हैं।
आपको बता दें की मोदी-जिनपिंग की इस अनौपचारिक वार्ता को “दिल से दिल को जोड़ने वाली पहल” करार दिया जा रहा है। जिसका मकसद दोनों देशों के बीच कुछ अति विवादास्पद मुद्दों पर सहमति की रास्ता निकलना है। पहले दिन की बातचीत के बाद प्रधानमंत्री ने ट्वीट कर कहा भी, “हमने व्यापक और फलदायी बातचीत की। हमने मजबूत भारत-चीन संबंधों के अलावा अन्य वैश्विक मसलों पर भी विचार-विमर्श किया।”