कैराना। हिन्दुस्तान कई धर्मों का मेल का देश है और इसी हिन्दुस्तानी मिट्टी से कई विश्व के धर्मगुरू निकले और दुनिया को अल्लाह का पैगाम पहुंंचाया। ऐसे ही मुस्लिम जगत में विश्वभर में प्रख्यात मुस्लिम विद्वान हजरत मौलाना इफ्तिखारुल हसन के रविवार शाम निधन से मुस्लिम जगत में शोक की लहर है । हिंदुस्तान की मशहूर शख्सियत हज़रत मौलाना मुफ्ती इफ्तिखारूल हसन काधलावी का निधन रविवार शाम 5:50 मिनट पर हुआ । उनके निधन से मुस्लिम जगत में शोक व्यापत है।
उनकी मौत की खबर सुनकर आस पास के जिलों में एक शोक और दुख की लहर हो गई है। माना जाता है कि हजरत साहब आस पास जिले ही पश्चिमी उत्तर प्रदेश के सबसे काबिल प्रख्यात मुस्लिम विद्वान थे। हज़रत साहब की खबर जैसे जैसे फैल रही है पूरी देश भर में एक गम का माहौल बनता चला जा रहा है
दिल्ली के पूर्व उपराज्यपाल नजीब जंग हजरत के शार्गिदो में है शुमार
नजीब जंग इस समय दिल्ली के पूर्व लेफ्टिनेंट गवर्नर थे। इससे पूर्व वे भारतीय प्रशासनिक सेवा अधिकारी रह चुके हैं और वर्तमान में जामिया मिलिया इस्लामिया के कुलपति हैं।
हजरत साहब के इंतेकाल की खबर सुनकर मरकज़ दिल्ली के सदर मौलाना साद साहब भी कांधला के लिए निकल रहे हैं, और मौलाना अजहर मदनी कांधला पहुंच रहे हैं।
मौलाना अरशद मदनी व मौलाना महमूद मदनी भी हजरत के जनाज़े में शामिल होंगे।
दिल्ली जामा मस्जिद के शाही इमाम अहमद बुखारी व दिल्ली के पूर्व उपराज्यपाल नजीब जंग भी कांधला पहुंच रहे हैं। नमाज़-ऐ-जनाज़ा सुबह 8 बजे ईदगाह कस्बा कांधला में होगी
मुस्लिम टुडे ने स्थानीय अवाम से बात की लोगों का कहना है कि हजरत जैसी शख्सियत सैंकड़ों साल बाद पैदा होती हैं।