कांग्रेस पार्टी के नेता अगले एक महीने तक टीवी डिबेट शो में हिस्सा नहीं लेंगे। कांग्रेस ने गुरुवार को फैसला किया है कि वह अपने प्रवक्ताओं को एक महीने तक टीवी चैनलों पर होने वाले बहस के कार्यक्रमों में नहीं भेजेगी।
पार्टी के मीडिया प्रभारी रणदीप सिंह सुरजेवाला ने मीडिया चैनलों और संपादकों से कांग्रेस के प्रतिनिधियों को उनके शो में शामिल नहीं करने का आग्रह किया है। उन्होंने ट्वीट किया, “कांग्रेस ने अपने प्रवक्ताओं को एक महीने के लिए टीवी चैनलों पर होने वाले बहस के कार्यक्रमों में नहीं भेजने का फैसला किया है। सभी मीडिया चैनलों और संपादकों से निवेदन है कि वे अपने कार्यक्रमों में कांग्रेस प्रवक्ताओं को ना बुलाएं।”
लोकसभा चुनाव परिणाम आने के अगले दिन, समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा था कि कोई भी चैनल उनके नेताओं को बहस के लिए न बुलाए। एसपी ने अपने नेताओं को टीवी डिबेट शो में जाने पर प्रतिबंध लगा दिया था। अब कांग्रेस ने यह फैसला लिया है।
मालूम हो कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के पद छोड़ने की पेशकश से देश भर में कांग्रेस कार्यकर्ताओं में भारी निराशा है। अलग-अलग प्रदेशों के कार्यकर्ताओं ने राहुल गांधी से अपना इस्तीफा वापस लेने की मांग की है। कांग्रेस कार्यकर्ता लगातार प्रदर्शन कर राहुल गांधी से अपने फैसले पर फिर से विचार करने की अपील कर रहे हैं।
बुधवार को दिल्ली कांग्रेस के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने राहुल गांधी के आवास के बाहर एकत्र होकर उनसे पार्टी के शीर्ष पद से हटने के प्रस्ताव को वापस लेने की अपील की। दिल्ली कांग्रेस प्रमुख शीला दीक्षित के नेतृत्व में सैकड़ों पार्टी कार्यकर्ता तुगलक लेन स्थित राहुल गांधी के आवास के बाहर एकत्र हुए और ‘राहुल जी इस्तीफा वापस लो’ के नारे लगाकर उनसे फैसला वापस लेने की अपील की। प्रदर्शन में दिल्ली की तीन बार मुख्यमंत्री रहीं शीला दीक्षित, दिल्ली के पूर्व मंत्री हारून युसूफ और बॉक्सर विजेंदर सिंह समेत कई बड़े नेता शामिल हुए।