नई दिल्ली: कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी के इस्तीफे की पेशकश के बाद उनके इस्तीफे को लेकर लगातार सस्पेंस बरकरार है। कांग्रेस की सीनियर नेता और राज्यसभा सांसद अभिषेक मनु सिंघवी ने मंगलवार को पार्टी में आमूल चल परिवर्तन की बात कही। उन्होंने इसके लिए संगठन में भारी बदलाव और महत्वपूर्ण पदों पर उम्र सीमा निर्धारित करने की बात कही। सिंघवी ने राहुल गांधी को पद यात्रा करने का सुझाव दिया।
अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि राहुल गांधी को लोगों से जुड़ने के लिए एक पदयात्रा पर विचार करना चाहिए। एक कांग्रेसी के तौर पर मुझे लगता है कि राहुल को इस्तीफा नहीं देना चाहिए क्योंकि यह भाजपा के हाथ में होगा। मेरा मानना है कि उन्हें एक 90 या 180-दिवसीय ट्रेन [दौरे] कम पदयात्रा पर विचार करना चाहिए। यह निश्चित रूप से लोगों के साथ बेहतर संबंध बनाने में मदद करेगा।
लोकसभा चुनाव 2019 में पार्टी की करारी हार के बाद राहुल गांधी ने कांग्रेस कार्य समिति (CWC) की बैठक में पार्टी अध्यक्ष पद से हटने की पेशकश की थी। लेकिन इसे खारिज कर दिया। राहुल गांधी के करीबी सहयोगी कह रहे हैं कि गांधी अभी भी शीर्ष पद पर बने नहीं रहने के लिए अड़े हैं। पार्टी के नेता उन्हें मनाने में जुटे हैं। उनके सहयोगी दल डीएमके ने भी उनसे पद ना छोड़ने की अपील की है। पार्टी के सर्वोच्च निर्णय लेने वाली संस्था सीडब्ल्यूसी ने उन्हें संगठन खड़ा करने के लिए अधिकृत किया है। कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव में सिर्फ 52 सीटें हासिल कीं, जबकि भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन ने 353 सीटें जीतकर सत्ता में वापसी की।
अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि महासचिव और कांग्रेस कार्य समिति के सदस्यों के पद सजावटी नहीं हो सकते। इन पदों पर बैठे लोगों को अपनी उपयोगिता दिखानी होगी। नमें से कम से कम 40% से 50% नेताओं को बदलना होगा। राहुल गांधी को नए लोगों को तैयार करने के लिए पूरी स्वतंत्रता देनी चाहिए। हालांकि सूत्रों के अनुसार खबर ये है कि वो फिलहाल दो तीन महीनों तक पद संभाल सकते हैं, जब तक उनका विकल्प नहीं तैयार हो।