नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल में जिस तरह से भारतीय जनता पार्टी ने ममता बनर्जी के किले में भेद लगाई है, उसके बाद ममता बनर्जी के लिए अगले चुनाव में अपनी सरकार को बचाने की चुनौती है। बंगाल में अगले साल विधानसभा चुनाव होना है, लेकिन इससे पहले ही पार्टी की मुश्किलें बढ़नी शुरू हो गई है। तृणमूल कांग्रेस के तीन विधायक पार्टी का साथ छोड़ भारतीय जनता पार्टी का दामन थामने जा रहे हैं। तीनों ही विधायक दिल्ली के लिए रवाना हो चुके हैं और संभवत: भारतीय जनता पार्टी में शामिल होंगे। इसमे पार्टी से निष्कासित विधायक सुभ्रांशु राय भी शामिल हैं।
जानकारी के अनुसार तीनों ही विधायक भाजपा नेता मुकुल राय के साथ दिल्ली के लिए रवाना हो चुके हैं। बता दें कि मुकुल राय ने 2017 में टीएसी का साथ छोड़ भाजपा का हाथ थामा था। तीनों ही विधायक जो भाजपा में शामिल होने जा रहे हैं वह बराकपुर लोकसभा संसदीय क्षेत्र के अंतर्गत आते हैं। बराकपुर से भाजपा उम्मीदवार अर्जुन सिंह ने टीएमसी के दो बार के सांसद दिनेश त्रिवेदी को चुनाव में मात दी है। बता दें कि सुभ्रांशु राय मुकल राय के बेटे हैं, जिन्हें टीएमसी ने शुक्रवार को छह साल के लिए निष्कासित कर दिया था। उनपर आरोप है कि उन्होंने पार्टी विरोधी बयानबाजी की थी।
बता दें कि सुभ्रांशु राय बिजपुर विधानसभा सीट से विधायक हैं, जबकि सुनील सिंह जोकि अर्जुन सिंह के रिश्तेदार हैं वह नोपारा से विधायक हैं। वहीं शिभद्रा दत्ता बराकपुर विधानसभा सीट से विधायक हैं। ये तीनों ही टीएमसी छोड़ भाजपा का हाथ थामने जा रहे हैं। गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल में भाजपा ने 42 में से 18 सीटों पर जीत दर्ज की है, जबकि टीएमसी के खाते में 22 सीटें आई हैं। वहीं कांग्रेस ने यहां 2 सीटों पर जीत दर्ज की है। भाजपा को बंगाल में 40.3 फीसदी वोट मिला है तो टीएमसी को 43.3 फीसदी वोट मिला है।