भोपाल। मध्यप्रदेश के भोपाल से बीजेपी की उम्मीदवार साध्वी प्रज्ञा ठाकुर ने गुरुवार को एक बार फिर से विवादित बयान देकर सियासी भूचाल खड़ा कर दिया है। साध्वी प्रज्ञा ने नाथूराम गोडसे को देशभक्त बताया है। साध्वी प्रज्ञा ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि नाथूराम गोडसे देशभक्त थे, देशभक्त हैं और देशभक्त रहेंगे। प्रज्ञा का ये टिप्पणी कमल हासन द्वारा नाथूराम गोडसे को पहला ‘हिंदू आतंकवादी’ बताने वाले बयान पर आया है। उनके इस बयान की विपक्षी दलों ने आलोचना की है।
साध्वी प्रज्ञा ठाकुर से जर्नालिस्ट ने सवाल किया कि कमल हासन ने नाथूराम गोडसे को हिंदू आंतकवादी बताया था इस बारे में वह कहना चाहती हैं। इस सवाल के जवाब में प्रज्ञा ने कहा, ‘नाथूराम गोडसे देशभक्त थे, देशभक्त हैं और देशभक्त रहेंगे। उन्हें हिंदू आतंकवादी बताने वाले अपने गिरेबान में पहले झांककर देखें। अबकी चुनाव में ऐसे लोगों को जवाब दे दिया जाएगा’
बता दें कि, मक्कल नीधि मैयम अध्यक्ष कमल हासन ने हाल ही में तमिलनाडु में चुनाव प्रचार करते हुए कहा कि आजाद भारत का पहला आतंकवादी एक हिंदू था। उन्होंने कहा था कि, आजाद भारत का पहला आतंकवादी एक हिंदू था और उसका नाम नाथूराम गोडसे था। मैं यह इसलिए नहीं कह रहा हूं क्योंकि यहां पर कई सारे मुस्लिम मौजूद हैं। मैं महात्मा गांधी की मूर्ति के सामने खड़े होकर यह कह रहा हूं।
यह पहली बार नहीं है जब साध्वी ने इस तरह का कोई विवादित बयान दिया है। इससे पहले उन्होंने मुंबई हमले में शहीद हुए महाराष्ट्र एटीएस चीफ हमेंत करकरे को लेकर भी विवादित बयान दिया था। प्रज्ञा ठाकुर ने कहा था कि, मैंने हेमंत करकरे से कहा था कि तुमने मुझे इतनी यातनाएं दीं कि तेरा सर्वनाश होगा। गिरफ्तारी के ठीक सवा महीने बाद आतंकियों ने उनका अंत कर दिया। बता दें कि साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर पर भी मालेगांव बम धमाके में शामिल होने का आरोप है। हेमंत करकरे मालेगांव धमाके के जांच अधिकारी भी थे। उनको भारतीय जनता पार्टी ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह के खिलाफ भोपाल लोकसभा सीट से चुनाव मैदान में उतारा है।