नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव के आखिरी चरण का मतादन बाकी है, लेकिन नेताओं के बीच तीखी नोंकझोंक लगातार जारी है। उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने बसपा सुप्रीमो मायावती पर तीखा हमला बोला है। दिनेश शर्मा ने कहा कि मायावती राजनीतिक अवसाद से पीड़िता हैं, क्योंकि उन्हें डर है कि इस लोकसभा चुनाव में भी उनकी पार्टी के उम्मीदवार हार रहे हैं। यही वजह है कि मायावती चुनाव में हार की हताशा से अपना धैर्य और आपा खो रही हैं। उन्होंने कहा कि मायावती कमजोरी दिखा रही हैं और उनकी याददाश्त भी कम हो रही है।
राजनीतिक टॉनिक की जरूरत
दिनेश शर्मा ने कहा कि बसपा सुप्रीमों के बयानों में इस तरह के सभी लक्षण देखने को मिल रहे हैं। मायावती को राजनीतिक हेल्थ टॉनिक की जरूरत है। बता दें कि मायावती इस समय उत्तर प्रदेश में सपा और आरएलडी के साथ मिलकर चुनाव लड़ रही हैं। उन्होंने भाजपा पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि केंद्र की सरकार तानाशाही सरकार है और वह विपक्षी दलों के वरिष्ठ नेताओं को डराने के लिए तरह-तरह के कदम उठा रही है।
गौरतलब है कि बसपा अध्यक्ष मायावती ने सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कहा, ‘नरेंद्र मोदी अलवर गैंगरेप केस पर चुप रहे और अब इस मामले के जरिए गंदी राजनीति खेलने की कोशिश कर रहे हैं, ताकि लोकसभा चुनावों में उन्हें और उनकी पार्टी को फायदा मिल सके। यह बेहद शर्मनाक है। जब उन्होंने अपने राजनीतिक स्वार्थ के लिए अपनी पत्नी को छोड़ दिया तो फिर वो दूसरों की बहनों और बहुओं का सम्मान कैसे कर सकते हैं। मुझे तो ये भी मालूम चला है कि भाजपा में, खासकर विवाहित महिलाएं अपने आदमियों को श्री मोदी के नजदीक जाते देखकर, ये सोचकर भी काफी ज्यादा घबराती रहती हैं कि कहीं ये मोदी अपनी औरत की तरह हमें भी अपने पति से अलग ना करवा दे।’
देश की जनता माफ नहीं करेगी
इससे पहले मायावती ने पीएम मोदी पर हमला बोलते हुए लिखा था कि पीएम श्री मोदी ने अब लोगों को वरगलाने के लिए कल से एक नया चुनावी शिगुफा छोड़ा है कि उनकी जाति वही है जो गरीब की जाति है। चुनावी स्वार्थ हेतु श्री मोदी न जाने क्या-क्या छल करेंगे लेकिन 5 साल तक करोड़ों गरीबों, मजदूरों, किसानों आदि की दुर्दशा के लिए जनता उन्हें कैसे माफ कर सकती है?