नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections 2019) के दौरान यूपी में सियासी जंग तेज होती नजर आ रही है। महागठबंधन के नेताओं और बीजेपी के नेताओं के बीच जुबानी जंग तेज होती जा रही है। गुरुवार को बसपा प्रमुख मायावती (Mayawati) ने भाजपा (BJP) और कांग्रेस (Congress) पर तीखा हमला किया और उन पर संयुक्त रूप से गठबंधन उम्मीदवार के खिलाफ लड़ने का आरोप लगाया।
मायावती ने कहा, ‘कांग्रेस और बीजेपी एक ही जैसी पार्टी हैं। मैं मतदाताओं से कांग्रेस के बजाय गठबंधन उम्मीदवार को वोट देने की अपील करती हूं और सुनिश्चित करती हूं कि बीजेपी की हार होगी। हम सभी ने देखा था कि राहुल गांधी ने संसद में पीएम मोदी को कैसे गले लगाया, दोनों की मिलीभगत है।’ मायावती ने मसूद अजहर को वैश्विक आतंकी घोषित किए जाने के मुद्दे पर भी प्रतिक्रिया दी।
उन्होंने कहा कि पहले भाजपा सरकार ने मसूद अजहर को मेहमान बनाया और बाद में उसे विदेश में छोड़ दिया। मायावती ने कहा कि अब चुनावों के समय बीजेपी मसूद के नाम पर वोट बटोरने की कोशिश कर रही है, यह निंदनीय है। मायावती ने एक बार फिर पीएम मोदी पर हमला बोला। मायावती ने कहा, ‘कल यहां यूपी में पीएम मोदी ने अपने चुनावी जनसभा में खासकर बाबा साहब को लेकर बसपा के ऊपर हमले किए। बाबा साहब, बीजेपी, कांग्रेस या अन्य विरोधी पार्टी के लिए ये वोट की राजनीति हो सकती है लेकिन बसपा के लिए वह आत्मा के समान हैं।’
इसके पहले, सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी बयान दिया था और कहा था कि उनको नहीं लगता कि कांग्रेस ने कहीं पर भी कमजोर उम्मीदवार उतारे हैं। कोई पार्टी ऐसा नहीं करती। दरअसल, रायबरेली में प्रियंका गांधी ने कहा था कि जिन सीटों पर उनके उम्मीदवार हल्के हैं, वो उन्होंने ऐसे प्रत्याशी उतारे हैं जो भाजपा के वोट काट सकें। प्रियंका गांधी के इस बयान को लेकर सियासी गलियारों में 2019 की कांग्रेस और महागठबंधन की रणनीति को लेकर चर्चाएं तेज हो गई थी।