नई दिल्ली। हाल ही में कांग्रेस की पूर्वी यूपी प्रभारी प्रियंका गांधी ने कहा था कि जिन सीटों पर उनके उम्मीदवार हल्के हैं, वहां उन्होंने ऐसे प्रत्याशी उतारे हैं जो भाजपा के वोट काट सकें। इसपर समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि- ‘मुझे नहीं लगता कि कांग्रेस ने कहीं पर भी कमजोर उम्मीदवार उतारे हैं। कोई पार्टी ऐसा नहीं करती। जनता उनके साथ नहीं है।’
प्रधानमंत्री पद के लिए मुलायम सिंह यादव की उम्मीदवारी के सवाल पर अखिलेश ने कहा कि- ‘हमारा गठबंधन देश को एक नया प्रधानमंत्री देना चाहता है। जब नतीजे आ जाएंगे तो पार्टी पीएम उम्मीदवार भी तय कर लेगी। अगर नेताजी को ये सम्मान मिलता है तो बहुत अच्छा होगा। लेकिन मुझे लगता है कि ये शायद पीएम पद की दौड़ नहीं है।’
इसके अलावा अखिलेश ने कहा कि बीजेपी राष्ट्रीय सुरक्षा में असफल रही है। हमारे जवान सीमा पर और नक्सल प्रभावी क्षेत्रों में शहीद हो रहे हैं। बीजेपी सेना के बारे में बात करती है। ये कैसी सुरक्षा है जहां रोज जवान शहीद हो रहे हैं।
बता दें कि यूपी में 80 लोकसभा सीटों पर घमासान है। इस बीच प्रियंका अपनी मां सोनिया गांधी के चुनाव प्रचार के लिए रायबरेली के दौरे पर पहुंची थीं। यहां उन्होंने कांग्रेस और सपा-बसपा-आरएलडी के महागठबंधन के बीच एक रणनीतिक समझौता होने के संकेत दिए। प्रियंका गांधी ने कहा कि जिन सीटों पर उनके उम्मीदवार हल्के हैं, वो उन्होंने ऐसे प्रत्याशी उतारे हैं जो भाजपा के वोट काट सकें। प्रियंका गांधी के इस बयान को लेकर सियासी गलियारों में 2019 की कांग्रेस और महागठबंधन की रणनीति को लेकर चर्चाएं तेज हो गई हैं।
यहां प्रियंका ने कहा था कि उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी को एक बड़ा झटका लगने वाला है। उन्होंने कहा कि बीजेपी यहां पर बुरी तरह से हारेगी। उन्होंने आगे कहा कि मेरी रणनीति बहुत स्पष्ट है। यूपी में उन सीटों पर, जहां कांग्रेस मजबूत है और हमारे उम्मीदवार भाजपा को कड़ी टक्कर दे रहे हैं, कांग्रेस जीत दर्ज करेगी। जहां हमारे उम्मीदवार थोड़े हल्के हैं, वहां हमने ऐसे उम्मीदवार दिए हैं, जो भाजपा का वोट काटें।’