प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम पर लोकसभा चुनाव लड़ रही बीजेपी के लिए खतरे की घंटी है। मोदी के नाम पर बीजेपी जीत का दावा कर रही है, वहीं दूसरी तरफ पीएम मोदी की लोकप्रियता जतना के बीच घट गई है। सीवोटर-आईएएनएस पोल ट्रैकर सर्वे के मुतबाकि, प्रधानमंत्री पद के लिए सीधी टक्कर में आंध्र प्रदेश, पंजाब, केरल और तमिलनाडु के ज्यादातर मतदाता राहुल गांधी को वोट देंगे।
19 अप्रैल को किए गए एक सर्वेक्षण में मतदाताओं से पूछा गया था कि अगर उन्हें सीधे भारत के प्रधानमंत्री का चुनाव करने का मौका दिया जाए तो वे राहुल और मोदी में से किसे चुनेंगे। राज्य स्तर पर अलग-अलग आंकड़े दर्शाते हैं कि केरल में 64.96 प्रतिशत मतदाता राहुल को प्रधानमंत्री बनता देखना चाहते हैं जबकि सिर्फ 23.97 प्रतिशत ने मोदी का समर्थन किया। राष्ट्रीय स्तर पर पीएम नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता अब अच्छी नहीं रही है।
वहीं तमिलनाडु में किए गए सर्वे के मुताबिक, 60.91 प्रतिशत लोगों ने राहुल को पसंद किया और सिर्फ 26.93 प्रतिशत ने मोदी को अपनी पसंद बनाया। पंजाब में 37.04 प्रतिशत ने राहुल को और 36.05 प्रतिशत ने मोदी को अपनी पसंद बताया।
जहां राष्ट्रीय स्तर पर 11,192 लोगों से सवाल पूछा गया, वहीं राज्य स्तर पर आंध्र प्रदेश में 451 लोगों से, केरल में 701 लोगों से, तमिलनाडु में 533 लोगों से और पंजाब में 502 लोगों से सवाल पूछा गया। मोदी आंध्र प्रदेश में राहुल से 11.00 प्रतिशत से, केरल में 40.99 प्रतिशत से, तमिलनाडु में 33.93 प्रतिशत से और पंजाब में 0.99 प्रतिशत से पीछे हैं।

मालूम हो कि राहुल गांधी लगातार युवाओ को रूझाने में लगे हैं, आज फिर कांग्रेस अध्यक्ष का मानना है ‘पॉजिटिव’ नतीजे आएंगे। उन्होंने कहा कि, “नंबर की बजाय आप जनता का मूड देखिए। बदलाव का माहौल साफ नजर आता है। तीन कारण हैं। पहला -बेरोजगारी चरम सीमा पर है, युवा बेचैन हैं, लेकिन मोदी जी रोजगार की बात नहीं कर रहे।
कांग्रेस के लिए युवा और रोजगार प्राथमिकता हैं। दूसरा -खेती और किसान संकट में हैं पर मोदी जी बेखबर हैं। किसानों को लेकर हमारा रिकॉर्ड आपको मालूम है। राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, पंजाब, कर्नाटक में हमने 72 घंटे में किसान की कर्जमाफी करके दिखाई। तीसरा मुद्दा है -चारों तरफ फैला भ्रष्टाचार, खासतौर पर राफेल के भ्रष्टाचार का, जिसमें मोदी जी की भूमिका साफ है।“