नई दिल्ली। राहुल गांधी ने शुक्रवार को लोकसभा चुनावों के लिए तमिलनाडु में ताबड़तोड़ 4 रैलियों को संबोधित किया। मदुरै में एक जनसभा को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने पीएम मोदी और सत्तारूढ एआईएडीएमके पर जबरदस्त हमला बोला। राहुल गांधी ने कहा कि, 2019 का चुनाव देश की दो विचारधाराओं का चुनाव है। कांग्रेस का मानना है कि, सभी अलग-अलग पहचान, विचारधारा, भाषा, इतिहास, संस्कृतियों के लोग एक साथ खुशी रहें। सभी की आवाजें सुनी जानी चाहिए। RSS-BJP का कहना है कि केवल एक विचार को भारत पर शासन करना चाहिए।
पीएम मोदी के निशाने पर लेते हुए राहुल गांधी ने कहा कि, हम कहते हैं कि सत्ता लोगों के हाथ में होनी चाहिए, वे कहते हैं कि सत्ता एक आदमी के हाथ में होनी चाहिए। नरेंद्र मोदी को सिर्फ इसलिए ऐसा लगता है कि, वे राज्य को कंट्रोल कर सकते हैं, क्योंकि वे मुख्यमंत्री को नियंत्रित कर सकते हैं। हम इस राज्य को नियंत्रित नहीं करना चाहते हैं, हम चाहते हैं कि तमिलनाडु के लोग इस राज्य को नियंत्रित करें।
अपने घोषणा पत्र की बात करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि, लोगों ने हमारे घोषणा पत्र को सराहा है। यह भारतीय लोगों की आवाज का प्रतिनिधित्व करता है। घोषणा पत्र निर्माण प्रक्रिया के दौरान हमारी चर्चाओं में हमने लोगों से नीट(NEET) के बारे में बात की। तमिल लोगों को पसंद नहीं है कि यह उन पर लागू किया गया है। उन्होंने एक तमिल लड़की अनीथा के बारे में बात की जिसने नीट एग्जाम के चलते सुसाइड कर ली थी।
राहुल ने आगे कहा कि, यदि आप हमारा घोषणापत्र पढ़ते हैं, तो आपको उसकी याद में एक पंक्ति मिलेगी। इस लाइन में कहा गया है कि, हम इस राज्य के युवाओं पर NEET नहीं लगाएंगे। घोषणापत्र में यह एक छोटी लाइन की तरह लगता है लेकिन यह वास्तव में तमिलनाडु के लोगों की अभिव्यक्ति है। इससे पहले कृष्णागिरी में राहुल गांधी ने आरएसएस पर अपरोक्ष तौर पर हमला बोलते हुए राहुल गांधी ने कहा कि, हम कभी तमिलनाडु के लोगों पर नागपुर के लोगों का शासन नहीं करने दें सकते। तमिलनाडु पर सिर्फ और सिर्फ तमिलनाडु के लोगों का ही राज होगा और एमके स्टालिन राज्य के अगले मुख्यमंत्री होंगे।