चुनावी माहौल के बीच जम्मू-कश्मीर में धारा 370 पर बयानबाजी जोरों पर है। नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) के नेता फारूक अब्दुल्ला ने इस पर नरेंद्र मोदी सरकार को खुली धमकी दे डाली है। सोमवार (आठ अप्रैल, 2019) को उन्होंने कहा है, “वे इसे खत्म करने की बात करते हैं। पर मैं कहता हूं कि हम इससे (देश से) आजाद हो जाएंगे।” वहीं, पीपल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) अध्यक्ष और पूर्व सीएम महबूबा मुफ्ती ने भी यह राग अलापा है। उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को चेताया है कि कश्मीर बारूद के ढेर पर बैठा है। ऐसे में बीजेपी को आग से खिलवाड़ नहीं करना चाहिए।
बीजेपी के संकल्प पत्र में धारा 370 खत्म करने और अनुच्छेद 35ए को कमजोर करने के वादे पर महबूबा बोलीं, “जम्मू-कश्मीर पहले से ही एक बारूद के ढेर पर बैठा हुआ है। अगर ऐसा हुआ, तब न सिर्फ कश्मीर बल्कि पूरा देश और क्षेत्र जल उठेगा। ऐसे में मेरी बीजेपी से अपील है कि वह आग से खिलवाड़ करना बंद करे।
भारतीय जनता पार्टी के सोमवार को जारी किए घोषणा पत्र में जम्मू-कश्मीर से धारा 35A हटाने की बात कही है। घोषणा पत्र में धारा 35A को जम्मू-कश्मीर के गैर स्थाई निवासियों और महिलाओं के लिए भेदभावपूर्ण बताया गया है। साथ ही अनुच्छेद 370 को भी खत्म करने का वादा करते हुए पार्टी ने कहा है कि हम इसको लेकर अपने पुराने दृष्टिकोण पर कायम हैं।
पनुन कश्मीर के संयोजक अग्निशखेर ने कहा, ‘नेशनल कान्फ्रेंस और पीडीपी ने खुलेआम देशद्रोही और अलगाववादी अभियान शुरू किया है. वे वस्तुत: जम्मू कश्मीर में पाकिस्तान और अलगाववादी प्रतिष्ठानों के पैरोकार के तौर पर काम कर रहे हैं.’ उन्होंने कहा, ‘हम चुनाव आयोग से अपील करते हैं कि जम्मू कश्मीर में नेशनल कान्फ्रेंस और पीडीपी के चुनाव प्रचार के देशद्रोही और अलगाववादी प्रकृति को संज्ञान ले और उनके उम्मीदवारों पर राज्य में चुनाव लड़ने पर रोक लगाए.’