उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी और राष्ट्रीय लोकदल महागठबंधन ने आज से साझा चुनाव प्रचार शुरू कर दिया है। सहारनपुर के देवबंद में तीनों पार्टियों ने साझा रैली की। इस रैली में समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पीएम मोदी और बीजेपी पर जमकर हमला बोला। अखिलेश यादव ने कहा कि पहले चायवाला और अब चुनाव से पहले पीएम मोदी चौकीदार बन गए हैं, लेकिन इस चुनाव में हम एक-एक चौकीदार की चौकी छीनने का काम करेंगे।
अखिलेश यादव ने पीएम मोदी के ‘सराब’ वाले बयान पर भी पलटवार किया। उन्होंने कहा कि महागठबंधन को ‘सराब’ बताने वाले लोग अभी सत्ता के नशे में हैं।
अखिलेश यादव ने बीजेपी पर देश को तोड़ने के भी आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि बीजेपी अंग्रेजों से ज्यादा इस देश को तोड़ने का काम कर रही है। अखिलेश ने कहा कि बीजेपी के नेता खुद को धर्म का ठेकेदार समझते हैं, हमें उम्मीद थी कि कुंभ में 56 इंच का सीना दिखेगा, लेकिन वहां भी इनका 56 इंच का सीना नहीं दिखा।
अखिलेश यादव ने दावा किया कि इस चुनाव में नफरत की दीवार गिरेगी। उन्होंने कहा कि महागठबंधन के दम पर देश में बदलाव आएगा और देश को एक नया प्रधानमंत्री मिलेगा।
इसी क्रम में उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा कि इस रैली की भीड़ के बारे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को खबर मिलेगी तो वह इस गठबंधन से घबराकर जरूर पगला जाएंगे। अब यहां कभी भी गठबंधन के बारे में सराब के साथ-साथ ना जाने क्या-क्या बोलने लग जाएंगे, इनका आपको कोई संज्ञान नहीं लेना है।
मायावती ने ईवीएम पर सवाल उठाते हुए कहा कि इस चुनाव में बीजेपी की हार तय है, बर्शते वह एक बार फिर वोटिंग मशीनों में गड़बड़ी कर अपने हक में वोट ना डलवा ले। बीएसपी प्रमुख ने पीएम मोदी द्वारा खुद को चौकीदार बताने पर कहा कि इस चुनाव में इनके छोटे-बड़े चौकीदार मिलकर कितनी भी ताकत लगा लें, लेकिन इनको सफलता नहीं मिलने वाली है। मायावती ने कहा कि ये इस मुद्दे को उठाकर चुनाव में फायदा लेना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि चौकीदार की नाटकबाजी भी भारतीय जनता पार्टी को उत्तर प्रदेश में नहीं जिता पाएगी।