बीजेपी के वरिष्ठ नेता और एनडीए सरकार में वित्त और रक्षा मंत्रालय जैसी अहम जिम्मेदारी संभालने वाले यशवंत सिन्हा ने पार्टी छोड़ने का ऐलान किया है। यशवंत सिन्हा ने शनिवार को एक कार्यक्रम में कहा कि आज वह बीजेपी की किसी भी तरह की राजनीति से संन्यास लेते हैं और पार्टी के साथ अपने सारे संबंधों को खत्म कर रहे हैं।
इस दौरान उन्होंने बीजेपी पर कई गंभीर आरोप भी लगाए। यशवंत सिन्हा के पार्टी छोड़ने के ऐलान के बाद बयानबाज़ियों का दौर शुरु हो गया है। आम आदमी पार्टी की विधायक अलका लांबा का कहना है कि जबसे मोदी सरकार बनी है तबसे सभी पढ़े लिखे अनुभवी लोग उनका साथ छोड़ रहे हैं और उनकी जगह अब अनपढ़ लोग ले रहे हैं।
आप विधायक ने ट्वीट कर लिखा, मोदी जी के सत्ता में आते ही BJP के पढ़े-लिखे अनुभवी, ईमानदार नेताओं की जगह, भगवा धारी (MP में कैबिनेट मंत्री का दर्जा), अनपढ़, जिन्हें प्रशासन चलाने का कोई अनुभव नहीं हैं BJP में लेते जा रहे हैं, जिससे शायद BJP का तो भला हो जायेगा पर देश का बेड़ा गर्क ही होगा।
ग़ौरतलब है कि भारत सरकार में कई सालों तक एक प्रशासनिक अधिकारी के रूप में अलग-अलग पदों पर काम करने वाले यशवंत सिन्हा 1984 में जनता पार्टी में शामिल हुए थे। साल 1996 में उन्होंने बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता के रूप में काम किया। इसके बाद एनडीए की सरकार में वह वित्त मंत्री बने। इसके अलावा उनके पास विदेश मंत्रालय का पोर्टफोलिया भी रहा।