बीएसपी अध्यक्ष मायावती ने लोकसभा चुनाव को लेकर बड़ा ऐलान किया है। उन्होंने कहा कि वे लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगी। उन्होंने प्रेस कांफ्रेंस के दौरान कहा, “फिलहाल मैं लोकसभा नहीं चुनाव लडूंगी, आगे जहां से चाहूं सीट खाली कराकर चुनाव लड़कर संसद जा सकती हूं। मेरे चुनाव लड़ने पर कार्यकर्ताओं को मना करने के बावजूद वे मेरी लोकसभा सीट पर प्रचार करने जाएंगे, जिसकी वजह से बाकी सीटों पर चुनाव प्रभावित होगा। यह मैं होने नहीं देना चाहती हूं। इसलिए मैंने ये फैसला लिया।”
उन्होंने प्रेस कांफ्रेंस के दौरान कहा, “ इस देश में गरीब, मजदूर, किसान, बेरोजगार, मेहनतकश लोग अहंकारी बीजेपी से परेशान है। इसलिए हमनें यूपी में गठबंधन किया है। मैं इस गठबंधन को किसी भी कीमत पर जरा सा भी नुकसान होते हुए नहीं देखना चाहती हूं। इसलिए मेरे खुद के जीतने से ज्यादा जरूरी एक-एक सीट को जीतना है।”
बता दें कि यूपी की 80 लोकसभा सीटों पर समाजवादी पार्टी, बहुजन समाजवादी पार्टी और आरएलडी गठबंधन के तहत चुनाव लड़ रहे हैं। बीएसपी 38, एसपी 37 और आरएलडी 3 सीटों पर मैदान में उतरेगी। वहीं, दो सीटों अमेठी और रायबरेली को बिना गठबंधन किए कांग्रेस के लिए छोड़ा गया है।
गौरतलब है कि मायावती 2004 में अकबरपुर सीट से लोकसभा चुनाव जीतीं थीं। इस जीत के साथ ही वे चौथी बार सांसद बनीं थीं। उसके बाद मायावती राज्यसभा से सांसद बनीं। मायावती पहली बार 1989 में सांसद बनीं। उसके बाद 1994 में राज्यसभा से सांसद बनीं। 1995 में मायावती पहली बार मुख्यमंत्री बनीं।
हालांकि कांग्रेस पार्टी ने एलान कर चुकी है कि गठबंधन के लिए वह 7 सीटें छोड़ेगी। इससे पहले गठबंधन ने भी कांग्रेस के लिए अमेठी और रायबरेली की सीट पर उम्मीदवार ना उतारने का फैसला किया था।