नई दिल्ली: भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच नागपुर में दूसरा मैच काफी रोमांचक अंदाज में खेला गया। अंतिम ओवर तक चले इस मैच में विजय शंकर ने शानदार आखिरी ओवर करके भारत को दो विकेट निकालकर दिए। जिसके चलते भारत ने यह बेहद करीबी मुकाबला 8 रनों से जीत लिया है। भारत की ओर से तय किए 250 रनों के लक्ष्य के जवाब में पूरी कंगारू टीम 242 रनों पर सिमट गई। यह ना केवल इस सीरीज में भारत की दूसरी जीत थी बल्कि वनडे अंतरराष्ट्रीय मैचों में भी 500वीं जीत थी।
इंग्लैंड टीम के खिलाफ लीड्स में 13 जुलाई 1974 को अपना पहला मैच खेलने वाली टीम इंडिया को इस मुकाम को छूने में लगभग 45 साल लगे। तब से लेकर अब तक भारत ने 963 ODI मैच खेले हैं। नागपुर में यह भारत की 500वीं जीत थी। भारत ने अपनी पहली ODI जीत ईस्ट अफ्रीका के खिलाफ हासिल की थी। उस समय टीम की कप्तानी श्रीनिवास वेंकटराघवन ने की थी और यह मैच 11 जून 1975 को खेला गया था।
भारत की 100वीं जीत दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ आई। यह जीत टीम इंडिया को 1993 में मिली थी। जबकि उसके बाद की जीतें (200 से लेकर 500वी तक) अगली शताब्दी यानी 21वीं सदी में मिली हैं।
इस मामले में अगर अन्य क्रिकेट देशों की बात की जाए तो ऑस्ट्रेलिया का नाम सबसे पहले आता है और भारत अब कंगारूओं के बाद दूसरी ऐसी टीम बन गया है जिसने वनडे अंतरराष्ट्रीय मैचों में 500 या उससे ज्यादा जीत दर्ज की है। ऑस्ट्रेलिया ने अब तक कुल 558 वनडे मैचों में जीत हासिल की है।
भारत की इस 500वी जीत के नायक एक बार फिर से विराट कोहली रहे जिन्होंने अपना 40वां वनडे अंतरराष्ट्रीय शतक जमाया और भारत का स्कोर 250 तक पहुंचाया। कोहली के अलावा विजय शंकर ने उल्लेखनीय ऑलराउंडिग प्रदर्शन करके सबको काफी प्रभावित किया।
आपको बता दें कि भारतीय टीम 300वीं, 400वीं और 500वीं जीत भारतीय टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी शामिल रहे हैं। यही नहीं विराट कोहली ने कल करिश्माई बल्लेबाजी करते हुए जहाँ शतक जड़ा साथ में पूर्व आस्ट्रेलियाई कप्तान रिकी पोटिंग के रिकार्ड को पीछे छोड़ दिया। रिकी पोंटिंग कप्तान रहते हुए वनडे क्रिकेट में सबसे तेज 9000 रन पूरे किए थे। जिसे किंग कोहली ने तोड़ दिया ।