शिवसेना ने अपने सहयोगी दल बीजेपी पर आरोप लगाया है कि वह पाकिस्तान पर की गई भारतीय एयर स्ट्राइक को मुद्दा बनाकर लोकसभा चुनाव में वोट बटोरने की कोशिश कर रही है। शिवसेना का कहना है कि बीजेपी एयर स्ट्राइक की आड़ में विपक्ष द्वारा उठाए गए मुद्दों को दबा देना चाहती है।
शिवसेना ने यह बात अपने मुखपत्र ‘सामना’ के संपादकीय में कही। इसके साथ ही पार्टी ने संपादकीय में यह भी कहा कि भारतीय एयर स्ट्राइक में पाकिस्तान के कितने आतंकी मारे गए देश के नागरिकों को यह जानने का पूरा अधिकार है और इस तरह की सूचना दे देने से सेना का मनोबल भी नहीं कम होगा।
पार्टी ने संपादकीय में कहा, “देश के नागरिकों को यह जनाने का अधिकार है कि सुरक्षा बलों ने दुश्मन को कितना एवं किस तरह का नुकसान पहुंचाया है। हमें नहीं लगता कि यह पूछने से हमारे बलों का मनोबल कम हो जाएगा”।
बता दें कि पुलवामा हमले के बाद 26 फरवरी को भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के बालाकोट इलाके में हवाई हमला करते हुए बम गिराए थे। हमले के बाद भारत की ओर से दावा किया गया था कि यह बम जैश-ए-मोहम्मद के सबसे बड़े प्रशिक्षण शिविर पर गिराए गए, जिसमें बड़ी तादाद में आतंकी मारे गए।
हालांकि भारतीय वायुसेना और विदेश सचिव विजय गोखले ने हमले में कितने आतंकी मारे गए इसका कोई ब्यौरा नहीं दिया, लेकिन भारत के मीडिया ने दावा किया कि हमले में 250 से 300 आतंकी मारे गए। मीडिया की ही तर्ज़ पर बाद में बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने भी 250 आतंकी मारे जाने की बात कही। जबकि केंद्र सरकार ने अभी तक मारे गए लोगों का कोई आधिकारिक आंकड़ा पेश नहीं किया है।
शिवसेना ने पुलवामा हमले पर सवाल खड़े करते हुए कहा, “पुलवामा हमले में इस्तेमाल किया गया 300 किलोग्राम आरडीएक्स आया कहां से? आतंकवादी शिविरों पर किए गए हवाई हमलों में कितने आतंकवादी मारे गए? इनपर चर्चा चुनाव के अंतिम दिनों तक होती रहेगी क्योंकि पुलवामा हमले से पहले मंहगाई, बेरोजगारी एवं राफेल विमान सौदा विपक्ष के लिए ज्वलंत मुद्दे थे। इन मुद्दों पर मोदी सरकार का ‘बम’ गिर गया”।
पार्टी ने कहा कि राम मंदिर निर्माण, अनुच्छेद 370 एवं किसानों द्वारा उठाए गए मुद्दे “खाक हो गए। शिवसेना ने कहा कि भारतीय वायु सेना के 26 फरवरी के हवाई हमलों में मारे गए आतंकियों की संख्या के बारे में न सिर्फ विपक्ष पूछ रहा है बल्कि अमेरिका एवं ब्रिटेन जैसे देशों की मीडिया भी पूछ रही है।